दमोहनाका-चुंगीचौकी सड़क 14 साल बाद भी नहीं बन पाई ड्रीम रोड

दमोहनाका-चुंगीचौकी सड़क 14 साल बाद भी नहीं बन पाई ड्रीम रोड

जबलपुर। दो विभागों के बीच चल रही रस्साकसी के चलते दमोहनाका से चुंगी चौकी तक की 5 किमी की सड़क 14 साल बाद भी ड्रीम रोड नहीं बन पाई है। इसे ड्रीम रोड बनाने की घोषणा तत्कालीन लोक निर्माण विभाग के राज्य मंत्री व वर्तमान विधायक अजय विश्नोई ने की थी। जबलपुर से दमोह तक की इस 103 किमी लंबी सड़क का 5 किमी का हिस्सा ननि को बनाना था बाद में इसे एमपीआरडीसी जो कि पूरी रोड बनाने वाली थी को ही जवाबदेही मिली। सालों से इन दोनों विभागों के बीच यह रोड झूलती रही है,और नागरिक व वाहन चालक परेशान हो रहे हैं। मौजूदा ट्रैफिक के दबाव के चलते यह रोड अब संकरी हो चुकी है। इसके साथ अधूरे निर्माण और क्षतिग्रस्त डिवाइडर मुसीबतें बढ़ा रहे हैं। कुछ साल पहले एमपीआरडीसी ने इस मार्ग की मरम्मत का काम किया था।

2 साल पहले करवाई थी मरम्मत

इस रोड में जबलपुर से दमोह तक के बीच 19 करोड़ रुपए कीराशि से एमपीआरडीसी ने 2022 जुलाई में मरम्मत का काम करवाया था। इसमें जहां गड्ढे हैं वहां बिटुमन कांक्रीटिंग की गई है। मार्च से यह काम प्रारंभ किया गया था और 6 माह में इसे पूरा किया गया था। दमोहनाका चौक में भी गड्ढे भरकर रोड को दुरुस्त किया गया है।

दमोहनाका पर भारी दिक्कत

वर्तमान में फ्लाई ओवर एक्सटेंशन कार्य के चलते दमोहनाका चौक से दीनदयाल चौक की ओर जो रेंप उतर रहा है उसके निर्माण कार्य के चलते चौराहा क्रास करना बेहद दुष्कर काम बन गया है। यहां पर सुबह से रात तक जाम के नजारे बने रहते हैं। वर्तमान में दमोहनाका से चारों ओर के मार्ग पर जाना परेशानी वाला सफर है।

मुख्यरूप से दमोहनाका चौक से लगे हिस्से को चौड़ा कर सबसे पहले दुरुस्त किया जाना चाहिए,यहां पर सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है,यहीं पर दुर्घटनाएं भी होती हैं। अंकित तिवारी,स्थानीय रहवासी।

जबलपुर से दमोह रोड का 5 किमी का हिस्सा ड्रीम रोड के रूप में तैयार करने योजना तैयार की गई थी। रोड बनी भी है कुछ काम पूरे नहीं हुए हैं। संबंधित विभागों को इन्हें पूरा करना चाहिए। अजय विश्नोई, विधायक, पाटन

ड्रीम रोड तो यह सड़क नहीं बनपाई मगर एक दु:खद सपना बनकर जरूर रह गई है। यहां की नालियां ऊंची बन गई हैं जिससे जलप्लावन भी बढ़ गया है। डिवाइडर टूट गए हैं। रेशु रैकवार,स्थानीय निवासी।