जल प्रलय

जल प्रलय

भोपाल। प्रदेश में तीन दिनों में हुई भारी बारिश से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हालात बेकाबू हैं। होशंगाबाद, हरदा, सीहोर, विदिशा, रायसेन, बालाघाट, देवास, सिवनी, खंडवा और छिंदवाड़ा जिलों में बाढ़ का सबसे ज्यादा असर है। कई गांवों में पूरे-पूरे घर डूबने से हाहाकार मचा है। एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर, सेना और एनडीआरएफ ने 11 हजार लोगों का रेस्क्यू किया है। 9,300 लोगों को 170 राहत शिविरों में ठहराया गया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को लगातार दूसरे दिन कई जिलों का हवाई सर्वे किया। उन्होंने बताया कि खेत पूरी तरह डूब गए हैं। नर्मदा के 10 किलोमीटर तक दोनों ओर के क्षेत्रों में बाढ़ का असर है।

सीएम ने किया हवाई सर्वे : 454 गांवों से 11 हजार लोगों को रेस्क्यू किया, 170 राहत शिविर बनाए गए

हेलिकॉप्टर से गांव वालों को निकाला

बरेली के भौती गांव के चारोें ओर से पानी भरने के बाद वहां फंसे 85 ग्रामीणों को बचाने के लिए कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने सेना की मदद ली। सेना के दो हेलिकॉप्टरों ने सुबह 9:00 बजे से आपरेशन चलाकर सभी को सकुशल निकाला।

होशंगाबाद के वालावेट गांव में इस परिवार को बचाने हेलिकॉप्टर पहुंचा तो परिजनों की खुशी का ठिकाना न रहा। यहां से दुधमुंही समेत 5 लोगों को बचाया गया।

बाढ़ में फंसे युवक को बचाने में कार सहित बहा पंचायत सचिव

बरेली के पास तेंदोनी नदी में बाढ़ के कारण एक टापू में फंसे युवक को बचाने के लिए छुछार पंचायत के सचिव दर्शन सिंह अपनी कार लेकर पानी में उतर गए। मौके पर मौजूद प्रशासन के अधिकारियों ने रोकने की कोशिश की, लेकिन पंचायत सचिव नहीं माने और तेज बहाव में कार सहित बह गए। रविवार को कार सहित सचिव का शव निकाला जा सका।