मुश्किल हालात में भी लोकतंत्र बड़े लक्ष्य हासिल करने में सक्षम :मोदी

मुश्किल हालात में भी लोकतंत्र बड़े लक्ष्य हासिल करने में सक्षम :मोदी

म्यूनिख (जर्मनी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने दुनिया को दिखाया है कि लोकतंत्र में मुश्किल से मुश्किल हालात में बड़े बड़े लक्ष्य हासिल करने की ताकत है और देश अपने सपनों को सिद्ध करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। मोदी ने जर्मनी के म्यूनिख के आॅडी डोम सभागार में यूरोप के विभिन्न भागों से आए हजारों प्रवासी भारतीयों के एक सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित किया। म्यूनिख में प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री ने इस बार पहले की तुलना में कम देर करीब 33 मिनट का भाषण दिया जिसमें उन्होंने भारत की विकास यात्रा और सरकार की विभिन्न पहलों एवं उनकी सफलता का उल्लेख किया। उन्होंने भारत की कामयाबी में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की और उन्हें भारत की सफलता का ब्राण्ड एम्बेसेडर बताया। प्रधानमंत्री ने भाषण की शुरूआत आपातकाल का उल्लेख करते हुए की। उन्होंने कहा कि आज का दिन एक और वजह से भी जाना जाता है। आज 26 जून है। जो लोकतंत्र हमारा गौरव है, जो लोकतंत्र हर भारतीय के डीएनए में है, आज से सैंतालीस साल पहले इसी समय उस लोकतंत्र को बंधक बनाने, लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास किया गया था। आपातकाल एक काले धब्बे की तरह है। ऐसी हरकतों पर लोकतांत्रिक परंपराएं भारी पड़ीं। भारत के लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने की सारी साजिशों का जवाब, लोकतांत्रिक तरीके से ही दिया।

रात्रिभोज पर संबोधित करने वाले एकमात्र नेता होंगे मोदी

जर्मनी के म्यूनिख हवाई अड्डा पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बावरिया प्रांत के एक बैंड ने स्वागत किया। बावरिया में विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की वार्षिक बैठक हो रही है। इससे पहले प्रांत ने 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के लिए ऐसी व्यवस्था की थी। बावरिया के मंत्री- राष्ट्रपति रविवार को मोदी सहित विश्व के कई नेताओं के लिए एक रात्रिभोज की मेजबानी कर रहे हैं। लेकिन मोदी को एक तरह से गेस्ट आफ आनर का दर्जा दिया गया है और इस अवसर पर संबोधन देने वाले वह एक मात्र नेता होंगे। मोदी दो दिवसीय यात्रा पर रविवार को जर्मनी पहुंचे, जिस दौरान वह जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे।

यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच पश्चिमी देशों को एकजुट रहना होगा: जो बाइडेन

सम्मेलन में रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच पश्चिमी देशों को एकजुट रहना होगा। उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चाहते हैं कि पश्चिमी देश इस मामले में बंट जाएं लेकिन ऐसा नहीं होगा। बाइडन ने रूस का मुकाबला करने वाले वैश्विक गठबंधन की एकता की प्रशंसा की स्थिति नाजुक धागे पर चलने जैसी : ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा नेताओं के लिए स्थिति नाजुक धागे पर चलने जैसी है। नाटो मजबूत रहा है और जी-सात समूह भी संगठित रहा है। लेकिन ये एकता सुरक्षित रहे इसके लिए जो कुछ हो रहा है। हमारे सहयोगी जिस प्रकार का दवाब झेल रहे हैं, उस बारे में खुलकर ईमानदारी से बात होनी चाहिए।

G-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने म्यूनिख पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने प्रवासी भारतीयों के सामुदायिक कार्यक्रम को किया संबोधित।

दुनिया के सात सबसे अमीर देशों के समूह जी-7 के अध्यक्ष के रूप में जर्मनी इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।