डिजीटल म्यूजियम-प्लेनेटोरियम को मिलेगा नया लुक
ग्वालियर। स्मार्ट सिटी का डिजीटल संग्रहालय व तारामंडल को सैलानियो की पहली पसंद बनाने के लिए अब नई सुविधाओं को जोड़ा जाएगा। साथ ही सैलानियों को देखने नई गैलरियां-डिजीटल कंटेंट भी अपडेट होंगे। वहीं फसाड लाला से नए लुक से आकर्षण का केन्द्र बनेगा।
गोरखी स्थित स्काउट एवं गाइड भवन में 35 हजार वर्गफुट में स्मार्ट सिटी द्वारा आधुनिक संग्रहालय-तारामंडल नई सुविधा को डवलप किया गया था और संचालन के लिए टेंडर कर सुदर्शन इंजीनियर्स एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है, तो अभी डिजीटल संग्रहालय में 16 कक्षों में अलग-अलग विधाओं (समयरेखा-ग्वालियर का इतिहास, स्थापत्य शैली, ग्वालियर के वस्तु तत्व, परिधान, जीवनशैली, अवकाश के खेल, संगीत व वाद्य यंत्र, आभूषण, हस्तशिल्प, पाक-कला, भोजन व व्यंजन, सांस्कृतिक परम्परा, चित्रकारी, फोटोग्राफी, इमेजिनेरियम, तारा मंडल) से जाना जा सकता है।
लेकिन अब संग्रहालय की इमारत को फसाड लाइटिंग से रोशन किया गया है और संग्रहालय से स्थानीय कलाकारों को जोड़ने के साथ प्रमोशन, प्रतियोगिताओं से भी मौका देने, कैफेटेरिया, सौवेनीर शॉप, नई संग्रह गैलरियों-डिजीटल कंटेंट को अपडेट करने की प्लानिंग है।
तारामंडल पूरे बुंदेलखंड का पहला केन्द्र
तारामंडल को ग्वालियर पर्यटन मानचित्र में अहम बिंदु है। क्योंकि ग्वालियर संभाग व बुंदेलखंड क्षेत्र में यह अपनी तरह का पहला केंद्र है, जो खगोलीय दुनिया से स्कूल के छात्रों को शिक्षित करने में भी अपनी मह्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
संग्रहालय को सैलानियों की पहली पसंद बनाने के लिए नए अपडेट्स किए जाना हैं, जिससे डिजीटल म्यूजियम- तारामंडल लोगों के बीच आकर्षण का केन्द्र होगा। नीतू सिंह,सीईओ स्मार्ट सिटी ग्वालियर