लाखों के ई-ट्रैफिक चालान बने रखे एजेंसी को पेमेंट नहीं होने से अटका डिस्पैच

लाखों के ई-ट्रैफिक  चालान बने रखे एजेंसी को पेमेंट नहीं होने से अटका डिस्पैच

जबलपुर । कोरोना वायरस के कारण चहुंओर छाई मंदी का असर ट्रैफिक विभाग पर भी पड़ा है, लेकिन यहां राजस्व का नुकसान होने का कारण स्मार्ट सिटी द्वारा ई-चालान डिस्पैच एजेंसी को भुगतान नहीं किया जाना है। उल्लेखनीय है कि यातायात विभाग और स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अंतर्गत आईटीएमएस को यह कार्य दिया गया है।

60 दिन ठप रहा सिस्टम

यातायात विभाग द्वारा लॉक डाउन की अवधि में आईटीएमएस सिस्टम के ठप होने से ई-चालान भेजने की कार्रवाई नहीं की गईं , इसके साथ ही शहर में वाहनों की आवाजाही भी खास नहीं होने से विभाग ने खास सख्ती भी नहीं दिखाई, ऐसे में अब जब ट्रैफिक ट्रैक पर आ चुका है, विभाग द्वारा नियम तोड़ने वालों को चालान भेजने की प्रकिया शुरू भी कर चुका है, तब ऐसे में ई-चालान कटने के बाद लोगों के घर तक नहीं पहुंचने से राजस्व का नुकसान लाजिमी है।

आखिर क्या है पेंच

यातायाता विभाग द्वारा किए जाने वाले ई-चालान को स्मार्ट सिटी के स्मार्ट टैफिक के अंतर्गत रखा गया है, जिसमें आईटीएमएस द्वारा किए गए ई-चालान को एजेंसी द्वारा करीब 31 रुपए प्रति चालान के हिसाब से डिस्पैच कराया जाता है। मार्च के अंतिम सप्ताह से मई तक कोविड- 19 के चलते जारी लॉक डाउन में सिस्टम ठप रहा, लिहाजा एजेंसी को भुगतान नहीं किया जा सका। जिससे किए गए चालान लोगों के घरों तक नहीं पहुंच सके।

2019 में ये रही स्थिति

जानकारी के अनुसार यातायात विभाग द्वारा 463 वाहन चालकों को 4639 बार चालन किया गया। बताया जाता है कि इस वर्ष विभाग ने करीब दो करोड़ का चालान वसूल तो किया, लेकिन इसके बाद भी करीब 50 लाख रुपए का भुगतान शेष है, जिसे वसूलना बाकी है।