श्वान अटैक : स्वास्थ्य विभाग करेगा एंटी रेबीज इंजेक्शन की खरीदी, भोपाल से मांगी जानकारी
ग्वालियर। गर्मी के प्रकोप ने अस्पतालों में डॉग बाइट के केस में इजाफा कर दिया है, दूसरी ओर एंटी रेबीज इंजेक्शन की शार्टेज ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को परेशान करके रखा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के पास वर्तमान में एंटी रेबीज इंजेक्शन की एक भी डोज नहीं है जिसकी वजह से आए दिन मरीज लौट रहे हैं इन्हीं सब परेशानी से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग अब एंटी रेबीज इंजेक्शन एआरबी खरीदने की तैयारी में जुट गया है। यह आरकेएस (रोगी कल्याण समिति) के माध्यम से होगी।
जेएएच केपीएसएम विभाग के चिकित्सकों ने बताया कि जेएएच में 575 वॉयल ही बचे हैं यानि की केवल 2500 डोज ही बचे हैं, यहां पर हर रोज नए के साथ ही पुराने मरीज भी पहुंच रहे हैं बचे हुए डोज चंद दिनों में ही समाप्त हो जाएंगे, स्वास्थ्य विभाग के सरकारी अस्पतालों से मरीज जेएएच के लिए रेफर किए जा रहे हैं। सिविल सर्जन डॉक्टर आरकेशर्मा ने बताया कि हमने भोपाल ऑर्डर कर दिया है एक दो दिन में वहां से वॉयल का स्टॉक आने वाला है।
11 दिनों में 811 केस आए
मार्च महीने के 11 दिनों में अकेले जेएएच में 811 केस आए हैं इसमें 289 नए केस हैं तो बाकी मामले ऐसे हैं जो कि पहले डॉग बाइट का शिकार हुए थे, लेकिन बाकी के डोज लगवाने पहुंचे से आने वाले दिनों में यह आंकड़ा तेजी से बढ़ने वाला है।
स्वास्थ्य विभाग आंकड़ा अपडेट करने में जुटा
डॉग बाइट को लेकर भोपाल मुख्यालय से स्वास्थ्य विभाग से जानकारी मांगी गई है कि आपके पास कितनी वॉयल पहुंची और इनमें से कितने मरीजों को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाए गए, साथ ही वेस्टेज की जानकारी भी मांगी गई है। यह जानकारी विभाग द्वारा कलेक्टर को भी भेजी जाएगी। इसका कार्य सीएस के अंडर में चल रहा है।
गर्मी के साथ ही मार्च-अप्रैल प्रजनन काल का रहता है, गर्मी अधिक होने के कारण पानी नहीं मिलने से डॉग चिड़चिड़े हो जाते हैं जिसकी वजह से वह लोगों पर हमला करना प्रारंभ कर देते हैं। इस समय बचकर रहना चाहिए। डॉ. गिर्राज गोयलपशु रोग विशेषज्ञ
एआरबी का स्टॉक बिल्कुल नहीं है, लेकिन हम जल्द ही आरकेएस के माध्यम से इसकी खरीदी करने जा रहे हैं, इसके लिए हमें परमिशन मिल चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में भी अब एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाए जाएंगे। डॉ मनीष शर्मा सीएमएचओ ग्वालियर