कुत्ते को मारने से रोका, तो नशे में पति ने पत्नी, दो बच्चों को काट डाला

उज्जैन। उज्जैन की तहसील बड़नगर के ग्राम बालोदा आरसी में शनिवार देर रात नशे में धुत एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी सहित दो बच्चों को तलवार से काटकर मार डाला, जबकि दो बच्चे भागकर जान बचाने में सफल रहे। इसके बाद आरोपी ने खुद को भी तलवार मारकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार, दिलीप जब अपने घर जा रहा था, तो एक कुत्ता उस पर भौंकने लगा। इस पर उसने तलवार निकाली और कुत्ते को मारने दौड़ा।
उसे ऐसा करते देख पत्नी गंगाबाई ने उसे रोका। इसी बात पर पति-पत्नी के बीच विवाद हो गया और दिलीप ने गंगाबाई पर तलवार से हमला कर दिया। बच्चों ने विरोध किया, तो उसने बेटी नेहा (19) और बेटे योगेंद्र (15) को भी तलवार मारकर मौत के घाट उतार दिया। तीसरी बेटी बुलबुल उर्फ हेमलता (18) और अभयेंद्र उर्फ पप्पू (13) जान बचाकर वहां से भाग गए। तीनों को मारने के बाद दिलीप ने तलवार से खुद का गला काटकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
दो बच्चों ने छत पर छिपकर बचाई जान: घायल बुलबुल और और पप्पू रात भर छत पर छुपे रहे। सुबह जब पिता की आवाज आना बंद हुई, तो उन्होंने गांव के चौकीदार शंकर को बुलाया। शंकर ही दोनों को बड़नगर के अस्पताल लेकर पहुंचा था।
घटना में पत्नी गंगा, पुत्री नेहा, पुत्र योगेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। उसने बेटे तपेंद्र और बेटी बुलबुल पर भी हमला किया, लेकिन वह छत पर छुप गए। इसके बाद दिलीप ने तलवार से खुद का गला काटकर आत्महत्या कर ली। - महेंद्र सिंह परमार, एसडीओपी
इसे इंपल्सिव एक्शन कहते हैं। यह ऑन द स्पॉट मूवमेंट है, जो नशे की हालत में होता है। इस मानसिक विकार का कारगर इलाज है, लेकिन विडंबना ही है कि मप्र के साथ ही देशभर में ऐसे मनोरोगी घूमते हुए हादसे करते हैं। - डॉ. रजनी चटर्जी, मनोचिकित्सक, बीएमएचआरसी