ट्राइडेंट ग्रुप के विदेशी लेनदेन में बढ़ी ईडी की दिलचस्पी!
भोपाल। देश की जानी मानी ट्राइडेंट ग्रुप ऑफ कंपनीज के मध्य प्रदेश के बुधनी सहित हरियाणा और पंजाब के ढाई-तीन दर्जन ठिकानों पर आयकर विभाग की छापामारी में करोड़ों की टैक्स चोरी के दस्तावेज सामने आए हैं। इस कार्रवाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की दिलचस्पी भी बढ़ गई है। जांच की दिशा विदेशी लेन-देन, हवाला, पीएमएलए और कालेधन की तरफ भी बढ़ गई है। कंपनी के ज्यादातर प्रोडक्ट्स का विदेशों में निर्यात का बड़ा कारोबार है। मध्य प्रदेश के बुधनी के अलावा दिल्ली, लुधियाना, चंडीगढ़, सिरसा (हरियाणा) और बरनाला (पंजाब) में कंपनी के ठिकानों को जांच एजेंसियों ने अपने कब्जे में ले लिया है।
कंपनी के संचालक राजेंद्र गुप्ता सहित अन्य निदेशकों और प्रमुख अधिकारियों के घरों- दफ्तरों पर दबिश दी गई है। मुख्य कार्रवाई आयकर इन्वेस्टीगेशन विंग चंडीगढ़ द्वारा संचालित की गई है। इसमें मप्र आयकर इन्वेस्टीगेशन विंग मददगार की भूमिका में है। इसके अलावा कार्रवाई में ईडी की सहभागिता की अपुष्ट खबरें भी हैं। इन राज्यों में फैले ट्राइडेंट ग्रुप के कारोबार पर छापामारी से कई रसूखदारों और अफसरों में भी हलचल है। छापे की कार्रवाई से कंपनी के शेयर्स के दामों में 1.38 फीसदी की गिरावट आई है।
साइफनिंग ऑफ मनी का एंगल भी देख रहे
ट्राइडेंट और अभिषेक इंडस्ट्रीज के खिलाफ जांच एजेंसी विदेशी लेन-देन के तहत पीएमएलए के साथ फॉरेन करेंसी रेगुलेटरी अथॉरिटी (एफसीआरए) उल्लंघन की छानबीन में जुटी हैं। इसमें हवाला और साइफनिंग ऑफ मनी का एंगल भी देखा जा रहा है। बुधनी में नर्मदा किनारे ट्राइडेंट कंपनी का परिसर सैकड़ों एकड़ में फैला हुआ है। यहां कंपनी नर्मदा इन होटल को भी जांच के दायरे में रखा गया है। इसके अलावा नर्मदा किनारे स्थित प्राइवेट फुड पार्क पर भी जांच एजेंसियों की नजर है।