तुर्की में जलजला, 2600 की मौत

तुर्की में जलजला, 2600 की मौत

अंकारा। तुर्की सहित चार देशों में आए भूकंप से 2,600 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 हजार से अधिक घायल हो गए हैं। अभी भी सैकड़ों लोग बिल्डिंग के मलबे में दबे हुए हैं। मृतक और घायलों की तादाद बढ़ने की आशंका जताई गई है। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई। तुर्की में तीन बार 7.8, 7.6 और 6 तीव्रता का भूकंप आया। जानकारी के मुताबिक, तुर्की में कम से कम 1,700 से अधिक लोग मारे गए हैं और 2,300 से अधिक लोग घायल हुए हैं। तुर्की के 10 शहरों में 2,000 से अधिक इमारतें क्षतिग्रस्त हो गर्इं हैं। वहीं, सीरिया में 783 से अधिक लोग मारे गए और 1,000 से अधिक घायल हुए हैं। लेबनान और इस्राइल में भी मौतों की आशंका है। भूकंप का केंद्र गाजियांटेप से लगभग 33 किमी और नूर्दगी से लगभग 26 किमी दूर था। भूकंप ऐसे समय आया, जब अधिकांश लोग गहरी नींद में सो रहे थे। राहत और बचाव कार्य जारी है।

मालिक को खोने का दर्द

दुनिया के सबसे वफादार जानवरों में से एक कुत्ते को माना जाता है। ऐसा ही एक नजारा तुर्की में आए भूकंप में देखने को मिला। इस कुत्ते ने मलबे के बीच अपनी मालकिन को खोज निकाला। वह मालकिन के हाथ के पास बैठ गया और विलाप करने लगा। सोशल मीडिया पर यह फोटो सर्वाधिक ट्रेंड हुआ।

4 देशों में 7.8 तीव्रता का भूकंप, 10 हजार से अधिक घायल

18 किमी की गहराई में था भूकंप का केंद्र

यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र गाजियांटेप से लगभग 33 किमी और नूर्दगी शहर से लगभग 26 किमी दूर था। यह 18 किमी की गहराई पर केंद्रित था। भूकंप के झटके दूर सीरिया तक महसूस किए गए। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि सैकड़ों इमारतों को नुकसान पहुंचा हैं। कई इमारतें पूरी तरह ध्वस्त हो गई हैं। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की मानें तो भूकंप की वजह से कई लोगों के हताहत होने की आशंका है।

आपदा से सब मिलकर निपटेंगे : राष्ट्रपति

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने ट्विटर पर कहा कि भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में खोज और बचाव दलों को तुरंत भेजा गया। हमें उम्मीद है कि इस आपदा को एक साथ जल्द से जल्द और कम से कम नुकसान के साथ पार कर लेंगे।

पीएम मोदी ने जताया दुख, भारत भेजेगा मदद

पीएम नरेंद्र मोदी ने भूकंप की घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि तुर्की में भूकंप के कारण जनहानि और संपत्ति के नुकसान से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। घायल जल्द स्वस्थ हों। भारत तुर्की की इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने को तैयार है। भारत तुर्की को प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों वाली एनडीआरएफ की दो टीमें खोज और बचाव कार्यों के लिए भूकंप प्रभावित क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हैं।

दुनिया के 10 बड़े भूकंप

हैती: 12 जनवरी 2010, तीव्रता 7, मौतें: 3 लाख से ज्यादा

पीओके: 8 अक्टूबर 2005, तीव्रता 7.6, मौतें: 86 हजार से ज्यादा

भारत: 31 मई 1935, तीव्रता 7.7, मौतें: 60 हजार से ज्यादा

गुजरात: 26 जनवरी 2001, तीव्रता 7.7, मौतें: 30 हजार से ज्यादा

जापान: 11 मार्च 2011, तीव्रता 9, मौतें : 18 हजार से ज्यादा

श्रीलंका-भारत: 26 दिसंबर 2004, तीव्रता 9.2, मौतें: 15 हजार

चिली: 22 मई, 1960, तीव्रता 9.5, मौतें: 12 हजार से ज्यादा

नेपाल: 25 अप्रैल 2015, तीव्रता 8.1, मौतें: 10 हजार से ज्यादा

अमेरिका: 27 मार्च 1964, तीव्रता 9.3, मौतें: 200 से ज्यादा

इंडोनेशिया: 11 अप्रैल 2012, तीव्रता 8.6, मौतें: 100 से ज्यादा