फेसबुक पर इंस्टाग्राम के जरिए डेटा चुराने का आरोप यूजर के प्राइवेट डेटा के लिए फोन कैमरे का इस्तेमाल किया

फेसबुक पर इंस्टाग्राम के जरिए डेटा चुराने का आरोप यूजर के प्राइवेट डेटा के लिए फोन कैमरे का इस्तेमाल किया

सैन फ्रांसिस्को । फेसबुक के ऊपर इंस्टाग्राम यूजर्स की कथित रूप से जासूसी करने की बात सामने आई है। फेसबुक पर आरोप लगा है कि इसके लिए उसने फोन कैमरे का इस्तेमाल किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईफोन यूजर्स जब फोटो शेयरिंग एप इंस्टाग्राम पर एक्टिव नहीं थे तब भी उनके फोन के कैमरा का एक्सेस होता दिखाई दिया। हालांकि, फेसबुक ने इन तमाम खबरों का खंडन किया है। उसके मुताबिक, यह सब एक बग की वजह से हुआ है। सैन फ्रांसिस्को के फेडरल कोर्ट में गुरुवार को दायर शिकायत में न्यू जर्सी की इंस्टाग्राम यूजर ब्रिटनी कॉन्डिटी ने कहा कि एप के कैमरा का उपयोग जानबूझकर किया जाता है। यह सब यूजर का जरूरी और वैल्यूबल डेटा कलेक्ट करने के लिए किया जाता है, अन्यथा कोई कैमरा का एक्सेस नहीं करेगा। शिकायत के अनुसार, यूजर के घर का पर्सनल और प्राइवेट डेटा प्राप्त करने के लिए ऐसा किया जाता है। फेसबुक और इंस्टाग्राम ऐसा करने में सक्षम हैं। हालांकि, इस मामले पर फेसबुक ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।

कैसे होता है यह...

जब भी हम किसी ऐप को फोन में इंस्टॉल करते हैं तब एप ओपन होने से पहले कुछ परमिशन मांगता है, जिसमें कॉन्टैक्ट, मीडिया, लोकेशन, कैमरा आदि शामिल होते हैं। जब हम इन सभी को ओके कर देते हैं तब एप को डेटा एक्सेस करने के राइट्स मिल जाते हैं। ऐसे में जब भी हमारे फोन का डेटा आॅन रहता है तब ये एप चोरी से आपके डेटा पर नजर रखना शुरू कर देते हैं। इसी साल अगस्त महीने में अमेरिका में फेसबुक पर एक मुकदमा दायर किया गया जिसमें फेसबुक की सब कंपनी इंस्टाग्राम द्वारा यूजर्स की इजाजत के बिना उनका बायोमेट्रिक डेटा कलेक्ट करने का आरोप लगाया गया। दायर किए गए मुकदमे में इंस्टाग्राम पर आरोप था कि कंपनी आॅटोमैटिकली लोगों के चेहरे को स्कैन करती है। इस दौरान उन लोगों के चेहरे भी स्कैन किए गए हैं जो किसी दूसरे के इंस्टाग्राम के अकाउंट में दिख रहे थे। इस दौरान 100 मिलियन (10 करोड़) लोगों के डेटा को इकट्ठा किया गया।