इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण के खिलाफ किसान मैदान में

इंदौर। किसानों के साथ नाइंसाफी के खिलाफ अब इंदौर जिले के किसानों के साथ ही देवास जिले की किसान भी खुलकर मैदान में आने लगे हैं एवं जगह-जगह मीटिंग कर रेलवे विभाग के नोटिसों की होली जलाकर सरकार के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। पूर्व जनपद सदस्य एवं किसान नेता हंसराज मंडलोई ने बताया कि इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन के खिलाफ आंदोलन की अगली कड़ी में किसान नेताओं ने गत दिनों देवास जिले के प्रभावित गांवों का दौरा किया एवं किसानों के साथ बैठक की। नेताओं ने ग्राम नवादाखेड़ी, दखनाखेड़ी, मौला, रुपट्टा, सरोला, चौबा पिपलिया, जालोद, सेमल्या चाऊ, कर्णावत, मिर्जापुर शाहिद आदि अनेक गांवों का दौरा किया व किसानों की बैठक ली।
किसानों ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए सरकार पर किसानों के साथ नाइंसाफी व जोर जुल्म का आरोप लगाते हुए अपने बाप- दादाओं की पुश्तैनी जमीन कौड़ियों के भाव में छीनने का आरोप लगाते हुए यहां तक कहा कि अपने आप को किसानों का मसीहा कहने वाले शिवराज ही किसानों के साथ अन्याय कर रहे हैं। जब उनके क्षेत्र के किसानों के साथ भी अन्याय हो रहा है तो दूसरे क्षेत्र के किसानों की क्या हालत होगी। किसानों ने आश्चर्य व्यक्त किया कि इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन जो 196 किमी लंबी है एवं इसमें 100 से ज्यादा गांवों की जमीन अधिग्रहित की जा रही है एवं तीन लोकसभा क्षेत्र देवास, इंदौर एवं विदिशा संसदीय क्षेत्र से गुजरती है एवं इसके साथ ही पांच विधानसभा क्षेत्र सांवेर विधानसभा क्षेत्र जहां से तुलसी सिलावट प्रदेश सरकार में मंत्री हैं तो इसके साथ थी हाटपीपल्या, खातेगांव, बागली एवं बुधनी विधानसभा क्षेत्र जहां से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान विधायक हैं।
इसके बाद भी किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। किसानों ने सवाल किया कि जब हमारी जमीन का भाव हमें गाइडलाइन के हिसाब से दिया जा रहा है तो हम भी सरकार के विधायक, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह को प्रस्ताव देते हैं क्या कि वे अपनी जमीन हमें गाइडलाइन के हिसाब से बेचने को तैयार हैं। इसी कड़ी में किसानों ने मंत्री तुलसी सिलावट को ऑफर दिया है कि आपकी जमीन कदवाली खुर्द में है जहां रेलवे विभाग द्वारा मात्र 24 लाख रु. बीघा का मुआवजा सरकार किसानों को दे रही है परंतु किसानों ने मंत्री सिलावट को उनकी जमीन का गाइडलाइन से चार गुना यानी कि एक करोड़ 24 लाख रुपए बीघा में खरीदने का ऑफर दिया है परंतु मंत्री सिलावट का अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। किसानों ने कहा कि जब हमारी जमीन का मूल्य गाइडलाइन के हिसाब से दिया जा रहा है तो हम भी मंत्री तुलसी सिलावट एवं पुर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की जमीन भी गाइड लाइन के भाव में लेने को तैयार हैं।