चैरी फैक्ट्री के टैंक में दम घुटने से पांच की मौत, तीन थे सगे भाई

मुरैना। नूराबाद के नजदीक धनेला गांव में बुधवार को पपीते की चैरी बनाने वाली फैक्ट्री में जहरीली गैस रिसने से पांच मजदूरों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार पपीते को रखने के सेफ्टी टैंक में सफाई करने गए एक मजदूर की तबियत बिगड़ने पर उसे बचाने उतरे 4 अन्य मजदूरों की भी गैस से मौत हो गई। मृतकों में तीन सगे भाई शामिल हैं। कलेक्टर अंकित अस्थाना ने बताया कि मृतक परिवारों के घर के एक-एक सदस्य को फैक्ट्री में नौकरी दी जाएगी और एक-एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
इस घटना के बाद फैक्ट्री और अस्पाल पर बड़ी संख्या में आक्रोशित ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए दोनों जगह अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात किया गया। पुलिस और प्रशासन के आला अफसर भी मौके पर पहुंच गए थे।
घर पर हो रहा था राखी के लिए इंतजार
इस दर्दनाक हादसे में टिकटौली गांव के सगे भाई रामअवतार, रामनरेश व धीरसिंह और घरैया बसई गांव के राजेश तथा गिर्राज की मौत हो गई। बताया गया है कि रक्षाबंधन का दिन होने से ये पांचों एक साथ सुबह की शिफ्ट में काम करने गए थेताकि शाम को घर पहुंचकर राखी बंधवा सकें। उधर गांव में बहनें रक्षाबंधन की तैयारी में जुटी थीं, तभी उन्हें यह हृदय विदारक खबर मिली तो पूरे गांव में रुदन होने लगा। कई महिलाएं तो बेहोश हो गईं।