फिलहाल पुरानी योजनाओं को पूरा करने की तैयारी,नई के लिए गाइड लाइन की प्रतीक्षा

फिलहाल पुरानी योजनाओं  को पूरा करने की तैयारी,नई के लिए गाइड लाइन की प्रतीक्षा

जबलपुर । जेडीए की कई योजनाएं लैप्स हो चुकी हैं। कुछ में उसने फंड की व्यवस्था की हैं और नई योजनाओं के लिए अभी वह गाइडलाइन की प्रतीक्षा कर रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए जाने जाने वाले जेडीए में लंबे समय से कोई जनप्रतिनिधि नहीं है और इसका कार्यभार पदेन अध्यक्ष व संभागायुक्त के पास ही है जिन्होंने जेडीए की पुरानी संपत्तियों में से बिना बिकी संपत्तियों की सूची तलब की है। विगत दशक में जेडीए ने अंतरराज्यीय बस टर्मिनल और माढ़ोताल ओवर ब्रिज के काम किए हैं। उसके पहले विजय नगर की बसाहट का काम हुआ था। आवास योजनाओं पर उसने विशेष फ ोकस किया है,लेकिन कोई विशेष उपलब्धि उसके नाम विगत 5 सालों में कोई नहीं है। ऐसे में उसने अपनी लंबित योजनाओं पर फोकस करना शुरू किया है।

इन योजनाओं पर खतरा

इसके अलावा नए औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण,ट्रांसपोर्ट नगर, रेलवे ओवर ब्रिज का इंतजार फिलहाल खत्म होने के आसार नहीं नजर आ रहे हैं। विगत मई माह में जेडीए ने अपना बजट भी घोषित कर दिया था,जिसमें इस बार कोई नया और बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर का काम उसकी प्राथमिकता में नहीं है। अलबत्ता पुरानी योजनाओं में जो संपत्तियां बरसों से फालतू पड़ी हैं उनकी सुध जरूर ली जा रही है। इनकी बिक्री के लिए अब नए सिरे से प्रयास शुरू होंगे।

ये रहीं कमियां

जेडीए ने विगत वर्षों में किए विकास कार्यों के लिए अपनी योजनाओं में चौड़ी व व्यवस्थित सड़कों का निर्माण कार्य तो करवाया है मगर शहर की यातायात व्यवस्था में सहायता देने कोई विशेष प्रयास नजर नहीं आए हैं। इससे शहर की सड़कों में यातायात का दबाव बढ़ता जा रहा है। जिन योजनाओं में उसने इस दिशा में काम किया है वे बाईपास रोड हैं और वहां पर यातायात बेहद कम है।