गर्मी में मटके तक नहीं बिके, अब कर्ज लेकर बना रहे गणेश प्रतिमाएं

गर्मी में मटके तक नहीं बिके, अब कर्ज लेकर बना रहे गणेश प्रतिमाएं

भोपाल। भरी गर्मी में लॉकडाउन लगने से मटके तक पूरे नहीं बिके। डेढ़ लाख में से एक लाख मटके अभी भी रखे हैं। इससे परिवार पर आर्थिक संकट गहरा गया है। इसकी भरपाई करने 50 हजार रुपए कर्ज लेकर मिट्टी की गणेश प्रतिमाएं बना रहे हैं। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण के चलते सार्वजनिक रूप से गणेश प्रतिमाएं बैठाने पर रोक से संकट और गहरा जाएगा। यह व्यथा मैनिट तिराहे के पास गणेश प्रतिमा बना रहे सोनू प्रजापति ने सुनाई। उनकी ही तरह कई मूर्तिकार और प्रजापति समाज के लोग हैं, जिन पर इससे आर्थिक संकट बढ़ जाएगा। सोनू ने बताया कि वह कोरोना संकट काल में कर्ज लेकर ढाई से तीन फीट ऊंची गणेश प्रतिमाएं ही बना रहे हैं, ताकि लोग घरों में रख सकें। लेकिन इस आदेश के बाद प्रतिमाएं नहीं बिकीं तो कर्ज चुकाना मुश्किल होगा। हालांकि, उन्हें विश्वास है कि सब ठीक होगा। उनका कहना है कि लॉकडाउन में सरकार से कोई मदद नहीं मिली। नगर निगम अधिकारी 10 दिन पहले नाम लिखकर ले गए और कहा कि 10-10 हजार रुपए की सहायता मिलेगी। लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं मिला।

मिट्टी और कलर हो गए महंगे, प्रतिमाएं भी महंगी बिकना तय

मूर्तिकारों ने बताया कि बीते वर्ष एक ट्रॉली मिट्टी 3 से 4 हजार रुपए में आती थी। अब यह 7 हजार रुपए में आ रही है। कलर सहित अन्य सामग्रियों के दाम भी दोगुने हो गए हैं। ढाई फीट की एक मूर्ति की लागत ही 500 रुपए पड़ रही है। ऐसे में प्रतिमाएं बाजार में महंगी कीमत में ही बिकेंगी। अब बाजार पर निर्भर करेगा कि लोग महंगी प्रतिमाएं खरीदेंगे या नहीं।