शहर से लगे 375 एकड़ जंगल की सुरक्षा भगवान भरोसे!

शहर से लगे 375 एकड़ जंगल की सुरक्षा भगवान भरोसे!

जबलपुर । शक्ति भवन से नयागांव-बरगी हिल्स और बाजनामठ से सूपाताल, मदन महल किला तक घिरे जंगल की सुरक्षा भगवान भरोसे है। खासतौर से ठाकुरताल में इन दिनों मछली मारने पहुंच रहे शिकारियों पर अंकुल लगाने में मुट्ठीभर वन महकमा नाकाम साबित हो रहा है। मालूम हो कि नयागांव-बरगी हिल्स में गत वर्ष नवंबर माह से इस वर्ष के मार्च माह तक तेंदुए की दस्तक थी, इसके बाद से तेंदुआ कैमरों में ट्रेस नहीं हुआ, लेकिन आए दिन अफवाहों में जरूर बना रहता है, हालांकि वन विभाग के अधिकारी जंगल में तेंदुआ होने की पुष्टि कर चुके हैं, लिहाजा जंगल की सरहद पर सावधान रहने की चेतावनी भी टांग दी गई है।

तैयार हो रहा है वॉच टॉवर

यूं तो वन विभाग द्वारा यहां निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं, जिसमें बाउंड्रीवॉल से लेकर वॉच टॉवर, मुख्य गेट का निर्माण, जंगल के बीचों बीच स्थित तालाब का मेंटनेंस, नेचुरल ट्रेल से लेकर जंगल की सुरक्षा में दूसरे अन्य निर्माण यहां कराए जा रहे हैं। वन विभाग द्वारा वॉच टावर का निर्माण यहीं पर कराया जा रहा है, इसकी ऊंचाई करीब 34 फीट होगी, जहां से पूरे जंगल की निगरानी तो संभव होगी ही, साथ ही साथ अवैध गतिविधियों पर नजर रखते हुए सुरक्षा को सघन भी किया जा सकेगा।

ऐतिहासिक है तालाब

जंगल में सबसे अधिक रोमांचकारी स्थान ठाकुरताल है, इतिहासकारों के अनुसार गोंडशासिका रानी दुर्गावती ने इसका निर्माण कराया था। इसके चारों ओर से पहाड़ी है, बीच में तालाब है। सबसे हैरानी की बात यह है कि जमीन से इतनी ऊंचाई पर स्थित यह तालाब कभी सूखता नहीं है।

चारों ओर से नहीं सुरक्षा दीवार

जंगल का कुल विस्तार करीब 149.99 हैक्टेयर है, इसके चारों ओर से सुरक्षा दीवार नहीं होने से जंगल में घुसपैठ बनी रहती है। गर्मी के दिनों में कभी लकड़ी बीनने वाले तो कभी नशेड़ियों का अड्डा बना रहता है। इस वर्ष गर्मी में दो बड़ी आग लगने की घटनाएं भी हुर्इं थी, जिसके बाद वन विभाग ने यहां फॉरेस्ट गार्ड तैनात किए थे, लेकिन बारिश में सुरक्षा करीब-करीब नहीं के बराबर है।