‘गजनी’ की तरह सीने पर गुदवाया अपने 5 दुश्मनों की खोपड़ी का टैटू

‘गजनी’ की तरह सीने पर गुदवाया अपने 5 दुश्मनों की खोपड़ी का टैटू

जबलपुर। सिविल लाइन थाना क्षेत्र की रेलवे कॉलोनी में पिता- पुत्र की हत्या करने वाले मुख्य आरोपी मुकुल(21) ने गुरुवार को सरेंडर कर दिया। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह पांच लोगों की हत्या करना चाहता था, उन सभी के नाम की ‘खोपड़ी’ का टैटू सीने पर गुदवाकर रखा था। ऐसा उसने इसलिए किया, जिससे उसे हत्या की बात याद आती रही। हत्याकांड के मुख्य आरोपी की कहानी कुछ-कुछ आमिर खान अभिनीत फिल्म ‘गजनी’ जैसी है।

चर्चित दोहरे हत्याकांड में मृतक राजकुमार की नाबालिग बेटी(16.5) को दो दिन पहले हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने जब दोनों आरोपियों से पूछताछ की, तो वह खुद घटना को अंजाम देने के तरीके को सुनकर दंग रह गई। आरोपी सात दिन की पुलिस रिमांड पर है।

सितंबर में ही रच डाली थी हत्या करने की साजिश

नाबालिग ने बताया कि पिता राजकुमार को हम दोनों के बारे में पता चल गया था। पिता की शिकायत पर मुकुल को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद नाबालिग को इटारसी भेज दिया गया था। लेकिन जब मुकुल सितंबर में जेल से छूटा, तो वह मौज एप में बातचीत करता था। इसी दौरान दोनों ने राजकुमार की हत्या की योजना बना ली थी।

महिला एसआई और एक रिश्तेदार भी थीं निशाने पर

मुकुल प्यार की राह में बाधा बनने वालों से बदला लेने की ठानी थी। प्रेमिका ने जब उसकी शिकायत दर्ज कराई, तो वह भी उसकी दुश्मन हो गई। आरोपी ने पांच खोपड़ी वाला टैटू गुदवाया, इसमें प्रेमिका, उसके पिता राजकुमार विश्वकर्मा, राजकुमार की एक रिश्तेदार, एक महिला एसआई, एक जीआरपीकर्मी शामिल है। वह इन सभी की हत्या करना चाहता था।

पिता की हत्या करते भाई ने देखा तो उसे भी मार डाला

दोनों ने सिर्फ पिता राजकुमार की हत्या की साजिश रची थी। वे ऐसे घर के अंदर घुसे थे कि सभी को ऐसा लगे कि कोई चोरी करने के इरादे से आया है और पकड़े जाने के कारण वारदात की। फिर दोनों ने राजकुमार की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। चीख सुनकर भाई तनिष्क उठा और उसने हत्या करते हुए देख लिया। तब दोनों ने उसे भी मार दिया।

प्लानिंग थी शव के टुकड़े करके बाहर फेंक देंगे : आरोपी राजकुमार के शव के टुकड़े करके कहीं बाहर फेंकना चाहते थे, लेकिन हत्या के बाद जैसे ही पूरे कमरे में खून फैला, तो दोनों डर गए और फिर उन्होंने पूरे घर में पौंछा लगाया और सुगंधित अगरबत्ती व धूप लगाई, ताकि किसी को गंध नहीं आ सके। इसके बाद कटर से 10 से अधिक टुकड़े किए और उसे घर के अंदर ही ठिकाने लगाया, इसके बाद तनिष्क के शव को फ्रिज में डाल दिया।

नॉर्थ ईस्ट से साउथ और फिर उत्तर की तरफ भागे

  • दोनों आरोपी जबलपुर से अलग अलग भागे। इसके बाद वे कटनी में मिले और मुकुल के दोस्त के घर बेंगलुरु पहुंचे, जहां मुकुल ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी छुपा दी। दोस्त को पता चला कि वे हत्या कर भागे हैं, तो उसने दोनों को भगा दिया। 
  • वे कटनी, इंदौर, बैंगलुरु, पुणे, मुंबई, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, शिलांग, झांसी, आगरा, चंडीगढ़, अमृतसर, हरिद्वार आदि कई शहरों में पुलिस से बचते हुए पहुंचे। 
  • उन्होंने नेपाल जाने का प्रयास किया गया था, परंतु दस्तावेज नहीं होने के कारण वहां नहीं जा सके। 
  • ज्यादातर समय रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म, बस स्टैंड में व बस- ट्रेन में यात्रा करके गुजारा। रुपए खत्म हुए तो लंगर व भंडारों में खाना खाया।