तेज बुखार, खांसी जैसे लक्षण है एच3एन2 वायरस, जानलेवा नहीं

तेज बुखार, खांसी जैसे लक्षण है एच3एन2 वायरस, जानलेवा नहीं

नई दिल्ली। भारत के कई हिस्सों में इन दिनों इन्फ्लूएंजा ए के ‘एच3एन2 वायरस’ का असर तेजी से फैल रहा है। मरीजों में तेज बुखार, खांसी और सांस से जुड़े लक्षण महसूस किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह वायरस कैटेगरी की तुलना में घातक है। आईसीएमआर ने वायरस को लेकर चिंता व्यक्त की है। साथ ही छह लक्षण भी जारी किए हैं। आईसीएमआर के अनुसार, 15 दिसंबर के बाद से इसके मामले तेजी से बढ़े हैं। इसकी चपेट में आने वाले लोग जल्दी अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। इसके लक्षण कोरोना वायरस की तरह हैं, जो 2-3 हफ्तों तक रह सकते हैं। इसके लक्षण गंभीर है, लेकिन यह जानलेवा नहीं है।

ये है लक्षण

  • ल्ल तेज बुखार ल्ल लगातार खांसी 
  • लंग्स में एलर्जी ल्ल सिरदर्द ल्ल गले में जलन 
  • सांस फूलना

ऐसे रखें सावधानी

  • ल्ल जिन लोगों में संक्रमण के लक्षण हों, उनके निकट संपर्क से बचें। 
  • बीमार होने पर घर पर रहें और आराम करें। छींकते-खांसते समय मुंह और नाक ढक लें। 
  • हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखें। बार-बार आंख, नाक या मुंह को छूने से बचें। ल्ल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले उपाय करते रहें।

एंटीबायोटिक्स लेने से बचें : आईएमए

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शुक्रवार को एडवाइजरी जारी कर लोगों से एजिथ्रोमाइसिन और एमोक्सिक्लेव जैसे एंटीबायोटिक्स लेने से बचने का आग्रह किया है। आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.शरद कुमार अग्रवाल और अन्य सदस्यों ने एडवाइजरी में कहा कि जब एंटीबायोटिक की आवश्यकता नहीं होती है तो इन्हें लेने से एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस होता है। ऐसे में जरूरत पड़ने पर वे काम नहीं करेंगे। 

वायरल वीडियो ललरिया परीक्षा केंद्र का बताया जा रहा था। जांच टीम को वहां भेजा गया था, लेकिन कोई नकल करते नहीं मिला। वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल अंग्रेजी के प्रश्न पत्र के संबंध में क्राइम ब्रांच को पत्र लिखा गया है। - नितिन सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी