अडाणी की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट

नई दिल्ली। अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट आई। समूह की कंपनियों के शेयर पिछले मंगलवार के बाद से लगातार टूट रहे हैं। अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी समूह पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। यह रिपोर्ट आने के बाद से समूह की कंपनियों के शेयर नीचे आ रहे हैं। पिछले मंगलवार को कारोबार बंद होने के बाद से बीएसई पर अडाणी ट्रांसमिशन का शेयर 41.66 प्रतिशत टूटा है। अडाणी टोटल गैस में 39.57 प्रतिशत, अडाणी ग्रीन एनर्जी में 37.55 प्रतिशत और अडाणी पोर्ट्स में 23.75 प्रतिशत की गिरावट आई है। समूह की कंपनियों के शेयरों के मंगलवार के बंद भाव की तुलना सोमवार को दिन में कारोबार से की गई है। अंबुजा सीमेंट्स के शेयर में 22.77 प्रतिशत, एसीसी में 20.32 प्रतिशत, अडाणी एंटरप्राइजेज में 19.51 प्रतिशत, अडाणी विल्मर में 14.25 प्रतिशत, अडाणी पावर में 14.24 प्रतिशत और एनडीटीवी में 14.22 प्रतिशत की गिरावट आई है। गणतंत्र दिवस पर बृहस्पतिवार को शेयर बाजार बंद रहे थे। अडाणी समूह ने अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के जवाब में रविवार को 413 पृष्ठ की प्रतिक्रिया जारी की थी।
अडाणी पोर्ट्स में निवेशक बनी रहेगी टेमासेक
सिंगापुर। सिंगापुर की निवेशक टेमासेक होल्डिंग्स (प्राइवेट) लिमिटेड अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन में अपना निवेश कायम रखेगी। हालांकि, अमेरिका का फॉरेंसिक शोध संस्थान अडाणी समूह पर धोखाधड़ी के लिए लगातार निशाना साध रहा है। द स्ट्रेट्स टाइम्स' ने सोमवार को सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी के प्रवक्ता के हवाले से कहा कि टेमासेक अडानी पोर्ट्स में निवेशक बनी रहेगी। दिसंबर, 2022 तक टेमासेक के प्रबंधन के तहत 496.59 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्तियां थीं। टेमासेक की अपनी अनुषंगी कैमस इन्वेस्टमेंट्स के जरिये अडाणी पोर्ट्स में सिर्फ 1.2 प्रतिशत से कुछ अधिक की हिस्सेदारी है। टेमासेक ने यह हिस्सेदारी 2018 में 14.7 करोड़ सिंगापुरी डॉलर में खरीदी थी। अडाणी समूह अडाणी विल्मर के जरिये खाद्य तेल और खाद्य कारोबार में भी है। इस क्षेत्र में उसका सिंगापुर में सूचीबद्ध विल्मर इंटरनेशनल के साथ संयुक्त उद्यम है।
अबु धाबी की कंपनी ने अडाणी एंटरप्राइजेज के एफपीओ में 40 करोड़ डॉलर का किया निवेश
नई दिल्ली। अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में आ रही गिरावट के बीच अबु धाबी की कंपनी इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (आईएचसी) ने अडाणी समूह की अडाणी एंटरप्राइजेज के एफपीओ में 40 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। आईएचसी ने बयान में बताया कि इस एफपीओ में निवेश उसने अपनी अनुषंगी ग्रीन ट्रांसमिशन इन्वेस्टमेंट होल्डिंग आरएससी लिमिटेड के जरिए किया है। अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में अडाणी समूह पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे। इसके बाद समूह की कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में भारी गिरावट आई है। हिंडनबर्ग की यह रिपोर्ट अडाणी एंटरप्राइजेज की तरफ से 20,000 करोड़ रुपए का अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) लाने के ऐन पहले आई। एफपीओ मंगलवार को बंद होगा। आईएचसी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सैयद बसर शोएब ने कहा, अडाणी समूह में हमारी दिलचस्पी का कारण अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के बुनियादी सिद्धांतों में हमारा भरोसा और विश्वास है। दीर्घकालिक नजरिए से हमें वृद्धि की मजबूत संभावना और हमारे शेयरधारकों के लिए अधिक मूल्य देखने को मिल रहा है।