हिजाब कबूल नहीं

तेहरान। हिजाब की अनिवार्यता को लेकर ईरान में बने कानून के खिलाफ महिलाएं सड़कों पर उतर आई हैं। इस कानून के तहत महिलाओं के लिए हर हाल में सार्वजनिक स्थानों पर अपने बालों को ढंककर रखना अनिवार्य है। इसके विरोध में महिलाएं सोशल मीडिया पर बिना हिजाब और खुले बालों के साथ वीडियो पोस्ट कर रही हैं। युवा पुरुष भी उनके समर्थन में आ गए हैं। नया हिजाब कानून कट्टर इस्लामिक ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने लागू किया है। इधर, युवाओं ने कानून को इस्लामिक समाज में नैतिक भ्रष्टाचार का एक संगठित प्रचार करार दिया है।
हिजाब लागू कराने सेना को उतारा
ईरान की सरकार ने हिजाब को अनिवार्य बनाने के लिए देश के सुरक्षाबलों को सख्त निर्देश दिए हैं। मंगलवार को जब बड़ी संख्या में महिलाओं ने हिजाब का विरोध किया तो सरकार ने उसे काउंटर करने के लिए एक नया पैंतरा आजमाया। ईरान के सरकारी टेलीविजन ने हिजाब और शुद्धता समारोह का एक वीडियो प्रसारित किया। इसमें 13 महिलाओं को हरे रंग के हिजाब और लंबे सफेद वस्त्र पहने हुए दिखाया गया था।
सख्ती : बिना हिजाब नहीं मिलेगा कहीं भी प्रवेश
नए नियमों के तहत गलत तरीके से हिजाब पहनने वाली महिलाओं को सरकारी आॅफिस, बैंक और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में एंट्री नहीं दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
9 से अधिक उम्र की लड़की को हिजाब जरूरी
1979 की इस्लामी क्रांति के बाद 9 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं व लड़कियों के लिए हिजाब अनिवार्य है। इससे इनकार करने पर जेल व जुर्माने का प्रावधान है।
#No2Hijab :बाल खोलकर उतारा हिजाब
सोशल मीडिया पर #No2Hijab हैशटैग ट्रेंड कर रहा है। एक वीडियो में शाहसावर में महिला सार्वजनिक रूप से अपना हिजाब हटाकर उसे हवा में लहराते दिखी। इस दौरान सुरक्षाबलों ने उसे पकड़ने का प्रयास किया।