सालों बीते नहीं लग पाई स्व. सिंधिया की मूर्ति

ग्वालियर। जिला अस्पताल मुरार प्रबंधन 30 सितंबर को नए अस्पताल भवन का लोकार्पण कराने जा रहा है, लेकिन इस अस्पताल की वर्तमान स्थित को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रबंधन आधे-अधूरे अस्पताल का उद्घाटन कराएगा। इसके साथ लापरवाही की हद तो देखिए जिनके नाम (स्व. माधवराव सिंधिया) पर यह अस्पताल है, उनकी मूर्ति परिसर में नहीं लगा पाया है। इसके साथ ही वर्तमान स्थिति की बात की जाए तो अस्पताल में करीब 12 से 15 फीसदी काम होना है और उद्घाटन में केवल तीन दिन शेष बचे हुए हैं, लेकिन अभी तक प्रबंधन अतिथि फाइनल नहीं कर पाया है। प्रबंधन के कुछ अधिकारी दबी जुबान में इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि इस अस्पताल में पहले की तरह व्यवस्था बेहतर होने में करीब एक महीने से अधिक का समय लगेगा, यानि कि अस्पताल शुरू हो जाएगा लेकिन यहां पलंग से लेकर जांचों सहित अन्य सुविधाओं के लिए मरीज अभी परेशान होंगे।
मूर्ति लगाने को सालों पहले बना था प्रस्ताव : जिला अस्पताल मुरार स्व. माधवराव सिंंधिया के नाम पर है उन्हीं की मूर्ति प्रबंधन सालों बीत जाने के बाद अस्पताल परिसर में नहीं लगा पाया है। कई बार इसकी मांग उठती है, लेकिन यहां पर मूर्ति नहीं लग पाई है।
अस्पताल में बढ़ेंगे 100 पलंग
इस विकास कार्य से मरीजों को फायदा होने वाला है और भर्ती होने के लिए 100 अतिरिक्त पलंग और बढ़ने वाले हैं। वर्तमान में इस अस्पताल में 200 पलंग थे जो कि अब बढ़कर 300 होने वाले हैं। दूसरी ओर सिविल सर्जन के साथ-साथ डॉक्टरों के लिए अलग से केबिन बन रहे हैं।
यह सही है कि 30 सितंबर को जिला अस्पताल के नवीन भवन का उद्घाटन होने वाला है। स्व. माधवराव सिंधिया की मूर्ति लगाने के संबंध में अभी मुझे जानकारी नहीं है, मैं इस मामले में संबंधित अधिकारियों ने जानकारी लूंगा। डॉ. आरके राजौरिया,मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी