जबलपुर शहर से मेरा गहरा नाता, बार एसोसिएशन का योगदान अविस्मरणीय

जबलपुर। जबलपुर मेरा गहरा नाता है मेरा घर भी यहीं है, मैने अपनी वकालत की शुरूआत यहीं से की और आज जिस मुकाम पर हूं, उसमें जबलपुर और मप्र हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का अविस्मरणीय योगदान है। उक्त बात सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जबलपुर के सिल्वर जुबली आदर्श सभागार में अपने सम्मान में आयोजित समारोह पर कहीं। इस दौरान हाईकोर्ट के प्रशासनिक न्यायाधीश शील नागू, जस्टिस सुजय पॉल, हाईकोर्ट एडवोकेट बार एसो. के अध्यक्ष अनिल खरे, असिस्टेंट सालिसिटर जनरल आफ इंडिया पुष्पेंद्र यादव, महाधिवक्ता प्रशांत सिंह व जिला बार एसोसियेशन के सचिव राजेश तिवारी, हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष संजय वर्मा व सचिव परितोष त्रिवेदी मंचासीन रहे। जस्टिस श्री शर्मा ने अपने आगे के उद्बोधन में कहा कि जबलपुर आकर आनंदित हो उठता हूॅ।
मैं जबलपुर से बेहद प्रेम करता हूं, ऐसा इसलिए क्योंकि यहां वकालत के महत्वपूर्ण वर्ष गुजारे थे और यहीं से क्रमश: आगे बढ़ा और आज इस मुकाम पर पहुंचा। उन्होंने कहा कि किसी भी मुकाम को हासिल करने के लिये कड़ी मेहनत व लगन की जरुरत है। कार्यक्रम के शुभारंभ में स्वागत उद्बोधन हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय वर्मा ने दिया। इसके उपरांत बार पदाधिकारियों व वरिष्ठ अधिवक्ताओं सहित अन्य ने जस्टिस शर्मा का गर्म जोशी के साथ पुष्पगुच्छ व मालाओं से स्वागत किया।