जबलपुर में ISIS के नेटवर्क का भंडाफोड़, 13 लोग गिरफ्तार

जबलपुर में ISIS के नेटवर्क का भंडाफोड़, 13 लोग गिरफ्तार

भोपाल। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने जबलपुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर में फैले आईएसआईएस के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। गजवा-ए-हिंद के तहत जबलपुर में यह नेटवर्क फैलाया गया था। बड़ी ओमती समेत 14 अन्य स्थानों पर छापामार कार्रवाई करते हुए हाईकोर्ट के अधिवक्ता के अलावा 13 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया। टीम ने दबिश के दौरान हथियार और कुछ संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं। आरोपियों को लेकर टीमें भोपाल पहुंची और उन्हें एनआईए कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने तीन आरोपियों को 3 जून तक एनआईए की रिमांड पर भेज दिया है।

जानकारी के अनुसार, दबिश विदेशी हथियार और बाग्ंलादेश के आतंकी संगठन के सदस्यों को टेरर फंडिंग से जुड़े मामले में दी गई। छापेमारी भोपाल समेत दूसरे शहरों से गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से पूछताछ में मिले सुराग के बाद की गई। एनआईए ने हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील बड़ी ओमती घंटाघर के पास निवासी ए. उस्मानी समेत उसके बेटे को हिरासत में लिया। इसके अलावा मकसूद कबाड़ी समेत अन्य को गिरफ्तार किया है।

अबू सलेम की पैरवी करने वाले वकील को नोटिस

एनआईए ने सिविल लाइन इलाके के सुप्रीम प्लाजा अपार्टमेंट में रहने वाले एडवोकेट नईम खान को भी गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसे छोड़ दिया गया। उसे नोटिस देकर भोपाल बुलाया गया है। वह अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम के मामले में पैरवी कर चुका है। एनआईए की टीम नईम के घर रात में ही पहुंची थी। नईम ने बताया कि 25 से 30 अफसरों ने घर की तलाशी ली। उनके बेटे के बारे में जानकारी भी ली। इसके बाद टीम ने नईम खान और उसके बेटे को भोपाल स्थित सीआईडी ऑफिस बुलाया है।1

मानसिक रूप से बीमार युवक को थाने ले गई थी टीम

ओमती इलाके से एनआईए ने मोहम्मद शाहिद और उसके भाई मोहम्मद बिलाल को हिरासत में लिया था। मां अफसाना ने बताया कि पूरी रात बच्चों को नहीं छोड़ा। मैंने पूछा भी क्यों ले जा रहे, तो कुछ नहीं बताया। बिलाल चार साल से मानसिक बीमार है। उसकी मेडिकल रिपोर्ट भी टीम को दिखाई, लेकिन उसे नहीं छोड़ा। जब कहा कि बच्चे को कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदारी आपकी होगी, तब बिलाल को छोड़ दिया गया। शनिवार सुबह 11 बजे शाहिद को भी छोड़ दिया। शाहिद सब्जी मंडी में काम करता है।

दो दिन पहले उत्तर प्रदेश में भी मारी थी रेड

बांग्लादेश के प्रतिबंधित संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन, बांग्लादेश से जुड़े भोपाल टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने 25 मई को उत्तर प्रदेश में दो जगह भी छापेमारी की थी। इसके बाद जबलपुर में यह रेड की गई है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की रात अधिवक्ता ए उस्मानी के घर में रात लगभग 10:30 बजे एनआईए की टीम ने छापा मारा, इसके अलावा शहर के 14 अन्य ठिकानों में दबिश दी थी।

संदिग्ध स्थानों की होटलों में की जाएगी चेकिंग

बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद से पुलिस अलर्ट हो गई है और संदिग्ध इलाकों समेत अन्य होटल, लॉज के संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह होटल में रुकने वालों की जानकारी थाने में रोज देंगे। इसके अलावा बीट प्रभारी हर दिन होटलों में जाकर जानकारी लेंगे।

रज्जाक से भी है संबंध

बताया जा रहा है कि जिन आरोपियों को एनआईए ने गिरफ्तार किया है। उन सभी के अब्दुल रज्जाक से संबंध हैं। रज्जाक पर भी आंतकी संगठन से जुड़े लोगों से जुड़े होने की बात सामने आई थी। दो साल पहले रज्जाक के घर दबिश दी गई थी।

आरोपियों के मोबाइल से मिली अहम जानकारी

  • गजवा-ए-हिंद मुहिम के तहत जबलपुर में फैला था आईएसआईएस का नेटवर्क। 
  • तीन स्टेज की ट्रेनिंग का था प्लान। 
  • शहर के मुस्लिम युवाओं को जोड़कर दी जा रही थी ट्रेनिंग। 
  • आरोपियों के मोबाइल से उनकी हिंदू प्रेमिकाओं की मिली तस्वीरें।