गुजरात और चेन्नई के मुकाबले में ‘इंपैक्ट प्लेयर्स’ से बढ़ेगा रोमांच

गुजरात और चेन्नई के मुकाबले में ‘इंपैक्ट प्लेयर्स’ से बढ़ेगा रोमांच

अहमदाबाद। हार्दिक पंड्या की अगुवाई में अपने पहले अभियान में चैंपियन बनी गुजरात टाइटन्स की टीम इंडियन प्रीमियर लीग के 16वें सत्र के शुरुआती मुकाबले में जब करिश्माई कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) के सामने शुक्रवार को मैदान में उतरेगी तो उसकी कोशिश पिछली सफलता को जारी रखने की होगी। बता दें कि ‘इंपैक्ट प्लेयर’ नियम के कारण मैच में 12-12 खिलाड़ी खेलेंगे। पंड्या कई बार धोनी को अपना मेंटोर (मार्गदर्शक या गुरु) बता चुके हैं और पिछले सत्र में शिष्य पंड्या की टीम दो बार गुरु धोनी की टीम को हराने में सफल रही थी। शुभमन गिल अपने कॅरियर के सर्वश्रेष्ठ दौर से गुजर रहे है और राशिद खान की निरंतरता में कोई कमी नहीं आई है। खुद पंड्या ने अपनी फिटनेस पर काफी मेहनत की है और पिछले आईपीएल में चोट से वापसी के बाद गेंद और बल्ले से प्रभावी प्रदर्शन कर रहे हैं। टीम को इस मैच में अनुभवी डेविड मिलर की कमी खलेगी, लेकिन पिछले कुछ समय से राहुल तेवतिया ने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया है। वह इस कमी को पूरा करने की कोशिश करेंगे। टीम में न्यूजीलैंड के दिग्गज केन विलियमसन भी हैं। वह हालांकि इस प्रारूप में ज्यादा खतरनाक नहीं माने जाते हैं, लेकिन कम स्कोर वाले मैच में वह टीम के संकटमोचक बन सकते हैं। दूसरी ओर चार बार की चैंपियन टीम चेन्नई सुपर किंग्स के लिए पिछला सत्र काफी खराब रहा था और टीम अंक तालिका में नौवें स्थान पर थी। धोनी 41 साल के हो चुके हैं, लेकिन कप्तानी के मामले में उनका कोई तोड़ नहीं है। पिछले सत्र में भी उनकी योजनाएं कारगर थी, लेकिन उसके कार्यान्वयन में कमी रह गई थी। शुक्रवार को जब 16वें सत्र का आगाज होगा तो प्रतियोगिता में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। ‘इंपैक्ट प्लेयर’ नियम के कारण मैच में 12 खिलाड़ी खेलेंगे। अपने संसाधनों को बहुत सोच-विचार कर उपयोग करने वाले धोनी अगर जरूरत हुई तो खुद को भी ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ बना सकते हैं। चेन्नई के लिए बेन स्टोक्स की उपस्थिति निश्चित रूप से विरोधी टीम को परेशान करेगी, लेकिन गुजरात टाइटन्स के खिलाफ इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान गेंदबाजी नहीं करेंगे। टीम के शुरुआती एकादश में डेवोन कॉनवे, स्टोक्स और मोईन अली जैसे विदेशी खिलाड़ी शामिल होंगे। टीम का प्रदर्शन हालांकि इस बात पर काफी हद तक निर्भर करेगा कि रविंद्र जडेजा, अंबाती रायुडु और धोनी बल्ले से कैसा प्रदर्शन करते हैं। धोनी के पास स्पिनर महेश तीक्षणा और लासिथ मलिंगा की तरह गेंदबाजी करने वाले मथिसा पथिराना जैसे तेज गेंदबाज का भी विकल्प होगा। गुजरात की टीम के पास मो. शमी के अलावा कोई भरोसेमंद भारतीय तेज गेंदबाज नहीं है। शिवम मावी टीम में आए हैं, लेकिन लॉकी फर्ग्यूसन को बाहर करने का फैसला समझ से परे था। अल्जारी जोसेफ भारतीय पिचों में कितना कारगर होंगे यह देखना होगा। प्रदीप सांगवान और मोहित शर्मा दोनों ही अनुभवी खिलाड़ी है, लेकिन उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेल लिया है। टीम को विकेटकीपिंग के लिए रिद्धिमान साहा और कोना भरत में से किसी एक के चयन का करना होगा।