तीसरी बार इतिहास रचने को तैयार भारत
आईसीसी वर्ल्ड कप : भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया का फाइनल मुकाबला आज अहमदाबाद में
अहमदाबाद । भारतीय कप्तान रोहित शर्मा अपनी विरासत खड़ी करने के लिए तैयार हैं और रविवार को यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले विश्व कप फाइनल में वह करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों की प्रार्थनाओं के बीच अपने 10 साथियों के साथ पांच बार के विश्व चैंपियन के खिलाफ इतिहास रचने उतरेंगे। रविवार को होने वाला फाइनल पूरी तरह से अलग होगा। भारतीय क्रिकेट टीम 2023 में अपना तीसरा एकदिवसीय विश्व कप जीतने के साथ यह भी बताना चाहेगी कि आज तक किसी भी टीम ने लगातार 11 जीत के साथ विश्व कप नहीं जीता है। इससे पहले कपिल देव ने 1983 में जब लार्ड्स में विश्व कप ट्रॉफी उठाई थी तो यह भारतीय क्रिकेट में नए युग की शुरूआत थी। महेंद्र सिंह धोनी ने 2011 में जगह फाइनल में विजयी छक्का जड़ा तो इससे विश्व क्रिकेट में भारत के दबदबे की शुरुआत की।
रोहित और शुभमन बनाम मिशेल और जोश में रोमांचक मुकाबला
भारतीय कप्तान रोहित पूरे टूर्नामेंट में शुरुआती पावरप्ले में गेंदबाजों को निशाना बनाकर चर्चा में बने रहे। उनकी जोखिम भरी बल्लेबाजी ने हालांकि अन्य बल्लेबाजों पर दबाव कम कर दिया और विराट कोहली तथा शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों को समय लेकर अपनी पारी आगे बढ़ाने का मौका दिया। रोहित ने सेमीफाइनल के तीसरे ओवर में आगे बढ़कर ट्रेंट बोल्ट पर कवर के ऊपर से छक्का जड़ा जो लंबे और थका देने वाले टूर्नामेंट के दौरान भारतीय कप्तान के निडर दृष्टिकोण को दर्शाता है। बड़ा सवाल यह है कि क्या वह रविवार को शुरुआती पावरप्ले में हेजलवुड और स्टार्क के खिलाफ ऐसा कर पाएंगे। भारत रोहित पर काफी अधिक निर्भर रहेगा जिन्हें चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लीग मैच हेजलवुड ने शुरुआत में ही पगबाधा किया था। हेजलवुड अपनी सीम मूवमेंट से सवाल पूछना जारी रखेंगे, जबकि स्टार्क इनस्विंगर की तलाश में होंगे जिसने अतीत में रोहित को परेशान किया है। यह संभवत: रोहित के कॅरियर का सबसे महत्वपूर्ण मैच है और उम्मीद है कि वह चुनौती का डटकर मुकाबला करेंगे।
फॉर्म में चल रहे डेविड वार्नर बनाम जसप्रीत बुमराह
विश्व कप में 3.98 की अविश्वसनीय इकोनॉमी रेट के साथ 10 मैच में 18 विकेट लेने वाले जसप्रीत बुमराह अब तक 14 एकदिवसीय मैचों में वार्नर को आउट नहीं कर पाए हैं। वार्नर ने बुमराह की 130 गेंदों का सामना करते हुए 117 रन बनाए हैं। चोट से वापस आने के बाद से बुमराह ने अपने तरकश में घातक आउटस्विंगर को जोड़ा है और इससे वह फॉर्म में चल रहे वार्नर को परेशान कर सकते हैं जो 528 रन के साथ टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
विराट कोहली बनाम एडम जंपा
कोहली को हाल के दिनों में बाएं हाथ के स्पिनरों के खिलाफ अक्सर संघर्ष करना पड़ा है, लेकिन लेग स्पिनर जंपा ने भी उन्हें परेशान किया है और आठ बार भारतीय सुपरस्टार का विकेट हासिल किया है। टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी और सबसे सफल स्पिनर के बीच की जंग देखने लायक होगी। कोहली ने 90.69 की स्ट्राइक रेट और 101.57 की औसत से 711 रन बनाए हैं।
कुलदीप यादव बनाम ग्लेन मैक्सवेल
यह कुलदीप के शानदार कौशल का प्रमाण है कि डेरिल मिशेल को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज बाएं हाथ के कलाई के इस स्पिनर के खिलाफ आक्रामक होकर नहीं खेल पाया। मिशेल ने धर्मशाला में कुलदीप के खिलाफ सीधी बाउंड्री को निशाना बनाया लेकिन मैक्सवेल के पास बहुत सारे शॉट हैं और उनमे से कुछ को सिर्फ वही खेल सकते हैं। अगर मैक्सवेल रविवार को टिकने में कामयाब रहे तो यह कुलदीप के लिए सबसे कठिन परीक्षा होगी। मैक्सवेल स्पिन के साथ खेलते हुए डीप मिडविकेट और लांग ऑन बीच के हिस्से को निशाना बना सकते हैं और जब गेंद ऑफ स्टंप के बाहर जाती है तो वह लुभावने रिवर्स हिट के जरिए कुलदीप की लय को बिगाड़ने की भी क्षमता रखते हैं।
23 विकेट लेने वाले मो. शमी से बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं परेशान
6 मैचों में 23 विकेट के साथ शमी के लिए यह टूर्नामेंट यादगार रहा है। कोई भी बल्लेबाज उन्हें मिल रही मूवमेंट से निपटने का तरीका नहीं ढूंढ पाया है। अराउंड द विकेट गेंदबाजी करते हुए शमी ने विशेष रूप से बाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशान किया है और बेन स्टोक्स जैसे चैंपियन क्रिकेटर के पास भी उनका कोई जवाब नहीं था। पहले सेमीफाइनल के पहले पावरप्ले में शमी ने बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाजों डेवोन कॉनवे और रचिन रविंद्र को अपने लगातार ओवरों में विकेट के पीछे कैच कराया। बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ शमी के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें डेविड वार्नर और ट्रेविस हेड की सलामी जोड़ी के खिलाफ जसप्रीत बुमराह के साथ गेंदबाजी की शुरुआत करने का मौका मिल सकता है। अमरोहा में जन्मे इस 33 वर्षीय तेज गेंदबाज का इस्तेमाल रोहित ने पहले बदलाव के रूप में किया है, लेकिन वार्नर और हेड के खतरे को देखते हुए रोहित शमी को नई गेंद देने के लिए उत्सुक होंगे।