US के वीजा नियमों में सख्ती,कनाडा मूव कर रहे भारतीय

US के वीजा नियमों में सख्ती,कनाडा मूव कर रहे भारतीय

हैदराबाद। बड़ी संख्या में भारतीयों का सपना होता है कि उन्हें अमेरिका का ग्रीन कार्ड मिल जाए, लेकिन नए वीजा नियमों के बाद यह सपना बहुत ही मुश्किल हो गया है। अब अमेरिका में रहने वाले भारतीयों के सामने कई तरह की दिक्कतें खड़ी हो रही हैं। ऐसे में अमेरिका में रहने वाले बहुत से भारतीय परिवार अब कनाडा शिफ्ट हो रहे हैं। उनका मानना है कि यहां उन्हें बेहतर अवसर मिल सकते हैं। एक आंकड़े के मुताबिक लगभग 20,000 भारतीय परिवार अमेरिका से कनाडा शिफ्ट हो गए हैं। ग्रीन कार्ड न मिलने से भविष्य खतरे में: हैदराबाद के रहने वाले दिनेश दासरी ने बताया, मैंने जब से काम शुरू किया है 6 बार एच-1बी वीजा एक्सटेंशन ले चुका हूं। मैं बहुत ही तनाव में रहता हूं। दासरी अब अमेरिका से कनाडा में शिफ्ट हो गए हैं। उन्होंने बताया कि वह अमेरिका में 14 साल तक रहे, लेकिन ग्रीन कार्ड मिलने में देरी की वजह से अब उनका भविष्य खतरे में पड़ गया था। उन्होंने कहा कि ग्रीन कार्ड न होने की वजह से उन्हें नौकरी बदलने में भी बेहद दिक्कत होती थीं। उन्होंने कहा कि ग्रीन कार्ड न होने की वजह से उन्हें मैनेजर लेवल की नौकरी नहीं मिल पा रही थी। लोग उसी पर भरोसा करते हैं, जिसके देश में रुकने की गारंटी होती है। गिरीश चवन ने बयां किया दर्द गिरीश चवन ने भी अमेरिका को बाय-बाय कहकर कनाडा के टोरंटो में बसेरा बना लिया। उनका अमेरिका में 18 साल पुराना घर था। 2010 में उनका ग्रीन कार्ड एप्लिकेशन एक तकनीकी खामी की वजह से रिजेक्ट हो गया था। उन्होंने कहा, मैंने दोबारा ग्रीन कार्ड के लिए अप्लाइ किया, लेकिन यह कभी जारी नहीं हो पाया। वीजा रेस्ट्रिक्शन की वजह से चवन के परिवार को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा। न तो वह मनचाही कंपनी में नौकरी कर सके और न ही न्यूयॉर्क शिफ्ट हो सके। इसके बाद जब चवन की पत्नी ने डिपेंडेंट वीजा बढ़वाने की कोशिश की तो फिर से मुश्किलें सामने आई। चवन ने कहा कि कनाडा ने उनका खुले दिन से स्वागत किया। यहां पर वीजा एक्सटेंशन का प्रॉसेस भी आसान है और अपने हिसाब से नौकरी बदलने की छूट भी है।

यह ‘एक्ट’ भारतीयो के लिए बना परेशानी का सबब

यूएस में हाई-स्किल्ड इमिग्रेशन एक्ट 2019 आने के बाद हजारों भारतीयों को परेशानी हो रही है। इस बिल में कहा गया है कि नौकरी की बुनियाद पर ग्रीन कार्ड देना बंद कर दिया जाएगा। अभी यूएस में लगभग 9 लाख भारतीय हैं, जिनके पास एच-1बी, एल1 और एच4 ईएडी वीजा है। इमिग्रेशन अटॉर्नी राहुल रेड्डी ने बताया कि लोगों का कनाडा में एंट्री लेना बहुत आसान है। ऑनलाइन एप्लिकेशन के एक साल के अंदर ही भारतीयों को कनाडा में आसानी से एंट्री मिल जाती है।