इंदौर का पारा दूसरे दिन भी 44 के पार, आज से शुरू होगा नौतपा
इंदौर। मई के अंतिम सप्ताह में सूरज का रौद्र रूप देख लोग सहम गए हैं। नौतपा से 48 घंटे पहले भी पारा 44 डिग्री से अधिक रहा। तन झुलसाने वाली गर्मी ने सबको बेबस कर दिया। गर्मी के कारण सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा था। गर्मी इतनी तेज थी कि मुंह ढंककर बाहर निकलने के बाद भी आग में चलने जैसा अनुभव हुआ। इस साल गर्मी में आठ साल का रिकॉर्ड गुरुवार को टूट चुका है। पिछले एक सप्ताह से तापमान में आई बढ़ोतरी से लोग हैरान और परेशान हो चुके हैं। वहीं गर्मी के चलते बिजली की खपत भी बढ़ गई।
शुक्रवार को आग उगलते सूरज की तपिश से घर की दीवारें दहकनें लगी हैं। दोपहर 12 बजे के बाद ऐसा लग रहा था मानो भट्टी के पास खड़े हों। अधिकतम तापमान 44.1 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं न्यूनतम तापमान 29.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। भोपाल मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि इस समय राजस्थान के ऊपर एक चक्रवाती घेरा बना हुआ है और ट्रफ लाइन भी मध्यप्रदेश से गुजर रही है। इसके कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण बादल छा रहे हैं, लेकिन तेज गर्मी का असर अगले कुछ दिन बना रहेगा।
चार दिनों तक राहत नहीं
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अगले चार दिनों 25 से 28 मई तक इंदौर को गर्मी से कोई राहत नहीं मिलेगी। इस दौरान तापमान में और बढ़ोतरी भी देखने को मिल सकती है और तापमान 44 डिग्री से अधिक जा सकता है। 28 मई के बाद तापमान में गिरावट का दौर शुरू होगा और 1 जून से तापमान 40 डिग्री के नीचे देखने को मिलेगा, जिससे गर्मी से जूझ रहे शहर को थोड़ी राहत मिलेगी।
किडनी तथा हार्ट के मरीजों का रखें ध्यान
एमवाय अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफसर डॉ. अमन यादव ने बताया कि भीषण गर्मी के इस दौर में किडनी संबंधी रोग से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी बरतना चाहिए। ऐसे मरीज अपना ब्लड प्रेशर न बढ़ने दें। साथ ही धूप में बिलकुल न निकलें और खूब पानी पीते रहें। भीषण गर्मी के दौर में बुजुर्गों और नवजात बच्चों का भी विशेष ध्यान रखें, क्योकि बढ़ते तापमान के साथ शरीर में पानी की कमी हो जाती है। सुबह 11 से 5 बजे बीच में घर से न निकलें। हर थोड़ी-थोड़ी देर में पानी के साथ तरल पदार्थ, केरी का पना, ओरआरएस घोल का प्रयोग करें।