मां कर्मा देवी के जीवन से मिलती है निस्वार्थ भक्ति की प्रेरणा : सिंधिया

मां कर्मा देवी के जीवन से मिलती है निस्वार्थ भक्ति की प्रेरणा : सिंधिया

ग्वालियर। मां कर्मा देवी के जीवन से हमें निस्वार्थ भक्ति की प्रेरणा मिलती है, जिनके निस्वार्थ प्रेम से भगवान ने भी उनका भोग स्वीकार किया। यह बात केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मां कर्मा देवी की 1009 वीं जयंती पर ग्रेटर ग्वालियर साहू समाज समिति द्वारा धूमधाम से निकाले गए चल समारोह को हरी झंडी दिखाने से पहले नाका चंद्रवदनी स्थित साहू समाज मंदिर में आयोजित समारोह में कही।

रविवार को आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मां कर्मा देवी की महाआरती में भाग लेने के बाद चल समारोह को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही कहा कि वीर दुर्गादास राठौर व मां कर्मा देवी के चित्र हर कार्यक्रम में लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि साहू-राठौर परिवार से मेरे परिवार के खानदानी संबंध हैं, मैं आज इस कार्यक्रम में अपने आपको गौरवांवित महसूस कर रहा हूं। मेरे पिताजी हमेशा ही साहू समाज से जुड़े रहे हैं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के कार्यक्रम में न आने पर उनके पुत्र देवेन्द्र प्रतापसिंह तोमर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि समाज द्वारा बताए गए कार्यों के लिए सदा समर्पित भाव से काम किया है और आगे भी करते रहेंगे।

कार्यक्रम में राज्य मंत्री भरत सिंह, जिलाध्यक्ष अभय चौधरी, बीज निगम अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, आशीष प्रताप सिंह राठौड़, साहू समाज अध्यक्ष महेंद्र साहू, कार्यक्रम संयोजक विकास साहू, सतीश साहू, करण साहू, राम दास मोदी, रामदास साहू, ओम प्रकाश साहू, अशोक साहू, राकेश साहू, नंद किशोर साहू सहित समाज के लोग उपस्थित थे।

कौशिक महाराज ने दी मनमोहक प्रस्तुति

कर्मा देवी की 1009वीं जयंती का समापन कार्यक्रम गोल पहाड़िया मुरली गार्डन पर रखा गया था, जहां सुप्रसिद्ध कथावाचक पंडित कौशिक महाराज ने मां कर्मा देवी के भजनों की मनमोहक प्रस्तुति दी। वहीं समाज के वरिष्ठ व समाजसेवा में उत्कृष्ट कार्य करने वालों का सम्मान भी किया गया। इससे पूर्व शोभा यात्रा में शामिल सभी लोगों पीतांबर रंग के परिधान व पगड़ी बांधकर चल रहे थे।

केन्द्रीय मंत्री की बनाई कागज पर तस्वीर

जब ज्योतिरादित्य दिल्ली से ग्वालियर पहुंचे थे, तब 45 मिनट की यात्रा में फ्लाइट में मौजूद नेहा शर्मा उर्फ वर्षा ने बिना बताए ही कारनामा कर कागज पर स्कैच वाली तस्वीर उकेर दी। साथ ही कविता भी लिख कर उन्हें भेंट की।