तुला लग्न में विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की हुई घरों पर स्थापना

तुला लग्न में विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की हुई घरों पर स्थापना

जबलपुर । विघ्न विनाशक, बुद्धि विनायक प्रथम पूज्य भगवान गणेश की पूजा-अर्चना का 10 दिवसीय जन्मोत्सव पर्व शनिवार से पुण्य संयोगों के बीच शुरु हो गया। इस बार गणेश उत्सव पर नक्षत्र प्रभावी रहेगा। विघ्नहर्ता श्री गणेश की स्थापना तुला लग्न में हुई, तुला लग्न दोपहर 12.23 तक रहा। सुबह-सुबह जहां जय गणेश,जय गणेश की गूंज के साथ घरों में प्रतिमाआें की स्थापना शुरु हो गई है। कोरोना के कारण इस गणेशोत्सव फीका नजर आ रहा है। शहर में पहली बार गणेश पंडाल नहीं सजे हैं। ना ही गणेश प्रतिमाएं विराजमान हैं। शहर के प्राचीन गणेश मंदिरों में सुबह से ही सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बिना भक्तों के ही विविध अनुष्ठान शुरु हो गए हैं।

सिद्धेश्वर गणेश मंदिर शास्त्री नगर

वर्तमान में शहर में अनेक प्रसिद्ध गणेश मंदिर है। उनमें से एक है सिद्धेश्वर गणेश मंदिर जो शास्त्री नगर , तिलवारा रोड पर स्थित है। ये एक प्राचीन सिद्ध स्थान है। इस गणेश मंदिर की स्थापना कॉलोनी के स्थापना के बाद की है। 1983 में उस समय स्व. चिटनिस , स्व. परांजपे, एवं अन्य भक्तो के द्वारा श्री गणेश की प्राण प्रतिष्ठा संत भाऊ महाराज,तिलवारा साईं धाम एवं तत्कालीन पार्षद स्व. रामगोपाल गुप्ता द्वारा की गई। पूर्व में केवल मंदिर का गर्भ गृह का निर्माण किया गया। प्रति गणेश चतुर्थी को भगवान गणेश का श्री गणपति अथर्व शीर्ष स्त्रोत से 21 आवर्तन द्वारा सामूहिक अभिषेक किया जाता है। गणेश महोत्सव के दौरान प्रतिदिन कार्यक्रम होते है। जिसमे महा अभिषेक, सांस्कृतिक कार्यक्रम, भक्ति संगीत, सुंदर काण्ड, रंगोली प्रतियोगिता, देश भक्ति गीत स्पर्धा, सांस्कृतिक, सामाजिक विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता, भंडारा एवं समाज के मूर्धन्य महानुभावों द्वारा विभिन्न विषयों पर प्रवचन, कीर्तन के कार्यक्रम होते रहते है। मंदिर के समस्त व्यवस्था महाराष्ट्र सामाजिक मंडल, एवं गणेश मंदिर सेवा समिति द्वारा किया जाता है। समिति के प्रवीण, विप्रदास,अनंत पनके, अनीता संजीव आवले , भालचंद्र भाके, शशिकांत चिटनिस, अनूप दुबे, अनमोल दुबे

श्री सिद्ध गणेश मंदिर ग्वारीघाट में होगा विशिष्ट अनुष्ठान

ग्वारीघाट रोड स्थित श्री सिद्ध गणेश मंदिर में आकर अर्जी लगाने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण हो उनके संकटों का निवारण हो इसी उद्येश्य से प्रति वर्ष गणपति जन्मोत्सव के अवसर पर विशिष्ट अनुष्ठान पूजन-अर्चन संपन्न होते हैं। इस वर्ष शनिवार को गणेश चतुर्थी से 1 सितम्बर अनंत चर्तुदशी तक 11 दिवसीय गणपति जन्मोत्सव का आयोजन किया गया है। जिसके अन्तर्गत प्रति दिन शांति पाठ,गणपति,अथर्वशीर्ष,संकट नाशन गणपति स्त्रोत्र,गणेश चालीसा के पाठ,गणेश जी का अभिषेक षोड़षोपचार पूजन सहस्त्रार्चन सहित अन्य कार्यक्रम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए संपंन होंगे। 5555555555 श्री गणेशोत्सव महाराष्ट्र समाज का 122 वां वर्ष मराठी संस्कृति और महाराष्ट्र समाज प्रमुख उत्सव गणेशोत्सव के 122 वें पुष्प में इस महाराष्ट्र स्कूल में सोलहा के गणपति बप्पा का विधिवत स्थापना पूजन पं. नीलेश दाभोलकर, पं स्वापनिल गरे ने कराया। इस अवसर डॉ. रवि फड़नवीस, राजेन्द्र बर्वे, सदानंद गोडबोले, प्रदीप फाटक, दिलीप कुभोजकर, श्रीकांत बापट, राजू कोतवाल , संयोजक हर्षल पुणताबेकर ने गणपति बप्पा की पूजन अर्चना की।