लोहा कारोबारियों ने लगाई प्रदर्शनी 14 साल की व्यथा को किया पेश

लोहा कारोबारियों ने लगाई प्रदर्शनी 14 साल की व्यथा को किया पेश

ग्वालियर। लोहिया बाजार के कारोबारी सरकार से अपनी जमीन के पजेशनी की मांग को पूरा कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं, कोरोबारी पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। इसी के तहत कारोबारियों ने मंगलवार को बाजार में चित्र प्रदर्शनी लगाई। कोरोबारियों का कहना है कि व्यथा कथा प्रदर्शनी में सरकार के लगातार झूठे आश्वसन की कहानी को बयां किए है। इसमें समाचार पत्रों में लगी खबरों की कटिंग लगाई गई। लोहिया बाजार के कोरोबारियों ने बताया कि व्यथा कथा वर्ष 2003 से शुरू होती है जब जिला योजना समिति द्वारा यातायात दवाब के चलते लोहा और दाल बाजार की शहर से बाहर मंडी बनाने की योजना बनाई गई थी 2004 में दर निर्धारण 2005 में उच्च न्यायलय का फैसला 2007 में एक करोड़ 69 लाख रुपये जमा करने का आदेश 2008 में नक्शा, योजना और विकास कार्य के लिए धन की मांग 2009 में जी डी ए के विकास कार्य 2010 मे आवंटन की कार्रवाई के रोड़े 2011 में मामले की कार्रवाई के शासन प्रशासन के चक्कर। 2012-2013 में लोहामंडी का आंदोलन और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह जी का आश्वासन फिर कैबिनेट का निर्णय हुआ। इसके बाद 2015 -16 में राजनीतिक नेताओ और शासन के दरवाजों पर दस्तक- आश्वासन ,2018 में फिर लोहा व्यापारियों का आंदोलन और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह जी के मंत्रिमंडल का निर्णय और प्रशासन द्वारा गलत दरों का निर्धारण 2019 में निवेदनों का दौर फिर 2020 में तीसरी बार आंदोलन करना पड़ रहा है। प्रदर्शनी में लोहा व्यवसाई संघ के अध्यक्ष संजय कट्ठल, सचिव निर्मल जैन, संजय जैन,अनिल नीखरा, ब्रज किशोर नाछोला,सुभाष अग्रवाल,श्री राम सरावगी,आननद नगर सुधार समिति के राकेश अग्रवाल का भी आदि मौजूद रहे। कारोबारियों ने बताया कि आज बुधवार से लोहा व्यापारी सरकार के रवैये के विरोध में आमरण अनशन करेंगे।