उपचुनाव में मुद्दे गायब, एकदूसरे से सवाल पूछने की होड़

उपचुनाव में मुद्दे गायब, एकदूसरे से सवाल पूछने की होड़

भोपाल। अमूमन राजनीति में सवाल पूछने का अधिकार विपक्ष का माना जाता है । मगर चौथी बार सत्ता में आई भाजपा की सरकार विपक्ष की भूमिका में भी नजर आ रही है। न केवल सरकार, बल्कि भाजपा संगठन भी अपनी सरकार की 100 दिन की उपलब्धियां बताने की बजाय विपक्ष पर सवाल दागने में जुटा हुआ है। इधर, कांग्रेस भी इन सवालों को लेकर भाजपा पर हमलावर हो गई है। भाजपा और कांग्रेस में सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर एक दूसरे से सवाल पूछने की होड़ लगी हुई है। प्रदेश की दो दर्जन सीटों पर होने वाले उपचुनाव में इस बार सवाल मुद्दा बना हुआ है। सत्ता पक्ष में बैठी भाजपा कांग्रेस से सवाल पर सवाल कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने वर्चुअल रैली सहित अन्य कार्यक्रमों में अब तक 15 महीने रही कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री कमल नाथ से किसान कर्जमाफी, कोराना नियंत्रण सहित अन्य विषयों को लेकर पांच सवाल पूछ चुके हैं। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष से लेकर संगठन के निचले स्तर के तक पदाधिकारियों ने सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर सवालों की झड़ी लगा रखी है। इसमें कमल नाथ सरकार की विफलताए गिनाई जा रही हैं। भाजपा ने इसके लिए अपने मीडिया और आईटी सेल को सक्रिय कर दिया है। वह उपचुनाव वाले क्षेत्रों में इन सवालों को सोशल मीडिया और चुनावी कार्यक्रमों के जरिए मतदाताओं तक पहुंचा रही है। कांग्रेस भी हमलावर इधर, कांग्रेस भी इन सवालों के जवाब में सत्तारुढ़ भाजपा पर पलटवार करने में जुट गई हैं। कमल नाथ के साथ ही उनकी सरकार में मंत्री रहे नेताओं ने मोर्चा संभाल रखा है। कांग्रेस द्वारा अब तक दो सवाल पूछे जा चुके हैं। कांग्रेस नेता भी सोशल मीडिया पर शिवराज सरकार की सौ दिन की विफलताओं को लेकर सवाल पूछ रहे हैं।

कांग्रेस की चुनौती, शिवराज सिंह चौहान से किसी भी मंच पर बहस करने को तैयार

कर्जमाफी पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से पूछे जा रहे सवालों को लेकर मप्र कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सर्वजनिक मंच पर आकर चर्चा करने की चुनौती दी है। पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भ्रम फैलाना बंद करें। कांग्रेस की कमलनाथ सरकार किसानों का कृषि ऋण माफ कर उनकी मदद करना चाहती थी, उनको आत्मसम्मान से जीना सिखाना चाहती थी, लेकिन भाजपा सरकार इसको लेकर भ्रम फैलाने का काम कर रही है। पटवारी ने मंत्री गोपाल भार्गव को किसानों की व्यथा समझने के लिये धन्यवाद दिया । उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों पर गोलियां चलवाने वाले शिवराज सिंह चौहान पिछले चार माह से बस अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं। कुर्सी बचाने के अलावा उन्होंने इन चार महीनों में जनता के हित में कुछ नहीं किया। पटवारी ने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा कि आपने पिछली सरकार में 21 हजार घोषणाएं की थीं, वह घोषणाए कब पूरी हो रही हैं।