घर में बीवी बायकॉट कर दे तो बुरा लगता है, फिल्म को तो लाखों लोग करते हैं

घर में बीवी बायकॉट कर दे तो बुरा लगता है, फिल्म को तो लाखों लोग करते हैं

IamBhopal मैं डॉक्टर था हूं नहीं, क्योंकि डॉक्टर वहीं होता है, जो प्रैक्टिस करे। यह एक ऐसा पेशा है जो अमल करते हैं उन्हीं का वह होता है। मैंने पढाÞई की है, लेकिन कभी प्रैक्टिस नहीं की। वहीं मेरी मां म्यूजिक प्रोफेसर थी, तो मैं फोक गा लेता था। गाता अच्छा था तो मां कहती थी कि सिंगर ही बन जा, एक्टर बनने से अच्छा है। मैंने एक गाना रिकॉर्ड किया था, लेकिन अभी तक रिलीज नहीं किया, क्योंकि जिस रास्ते का पता नहीं, उस रास्ते पर नहीं जाना चाहिए। यह कहना था, बॉलीवुड एक्टर मानव विज का, जो कि इन दिनों फिल्म की शूटिंग के लिए भोपाल आए हुए है। इस दौरान उन्होंने आईएम भोपाल से बातचीत में जीवन से जुड़े अनुभव शेयर किए। उन्होंने कहा कि मैं एक्टर काफी लेट बना, पहले मैं सीरियल में काम रहा रहा था, लेकिन करते-करते यह अहसास हुआ की, यह एक्टिंग नहीं है। कुछ लोगों के दिलों तक पहुंचने के लिए अपनी आत्मा पहुंचानी पड़ेगी। फिर ट्रैक बदला, समझने की कोशिश की क्या करना है। किताबें पढ़ी, बहुत सारे एक्टर्स के इंटरव्यू पढ़े की वह क्या सोचते है। मैं मुंबई गया, तो मुझे किसी ने कहा कि भगत सिंह फिल्म बन रही है आप डायरेक्टर से मिल लो। मैं मिला तो उन्होंने बोल की आप सुखदेव लगते हो, मैंने कहा कि मुझे एक्टिंग आती नहीं, लेकिन उन्होंने वर्कशॉप के लिए कहा। उस समय पहली बार कैमरा फेस किया था। इसके बाद फिल्म ‘पंजाब 1984’ से मेरा ट्रैक बदला। वहां से मौका मिला मुझे ‘उड़ता पंजाब’ के लिए फिर बॉलीवुड का कॅरियर शुरू हुआ।

सब चीज छोड़कर काम के क्राफ्ट पर दो ध्यान :

मेरी मां हमेशा कहती थी जिंदगी में कई काम करना है, तो क्राफ्ट की तरफ ध्यान जरूर देना। अपने कर्म की तरह उसे सीखने की कोशिश करना, नहीं तो आप कहीं नहीं पहचाने जाएंगे। अपनी अलग पहचान बनाना चाहते हो, सब चीज छोड़कर काम के क्राफ्ट पर ध्यान दो।

कॅरियर में टर्निंग पॉइंट कभी नहीं आता :

मानव विज ने कहा कि कॅरियर में टर्निंग पॉइंट कभी नहीं आता, हम सिर्फ मान लेते है कि वह टर्निंग पॉइंट था, लेकिन हो सकता है कि कल एक और टर्निंग पॉइंट आ जाए। आप कितने टर्निंग पाइंट गिनेंगे क्योंकि हम निरंतर चलते रहते हैं। वहीं बायकॉट के सवाल पर मानव ने कहा कि बायकॉट तो घर में बीवी कर दे तो बुरा लगता है। यहां लाखों लोगों ने लाल सिंह चड्ढा को ट्विटर पर बायकॉट कर दिया। फिल्म को बायकॉट करने से एक्टर पर भी बहुत फर्क पड़ता है, क्योंकि हम लोग ऐसा मान लेते हैं कि शायद सब लोग सही कह रहे हैं। लोग तो कुछ भी बोल देते हैं, किसी को देशद्रोही बोल देते हैं।

हिस्ट्री के लोगों से मिलना जरूरी :

हिस्ट्री पर बनी फिल्मों को लेकर मानव ने कहा कि हिस्ट्री से जुड़े कैरेक्टर के लिए हिस्ट्री के लोगों से मिलना पड़ता है, उनसे जानकारी लेनी होती है क्योंकि आप हिस्ट्री से छेड़छाड़ नहीं कर सकते। सुखदेव प्ले किया था, तो पंजाबियत होना बहुत जरूरी है। मोहम्मद गौरी के कैरेक्टर के लिए भी बहुत तैयारी की थी, हॉर्स राइडिंग सीखी, उनकी मानसिकता जानने के लिए कई किताबें पढ़ी।