13 लाख किसानों का बैंकों ने रोका केसीसी

13 लाख किसानों का बैंकों ने रोका केसीसी

भोपाल। मध्यप्रदेश के 13 लाख किसान अभी भी किसान क्रेडिट कार्ड से वंचित हैं, जिसके कारण उन्हें बैंकों से लोन लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए कृषक बैंकों से 50 हजार तक का लोन कृषि उपकरण और खाद-बीज खरीदने के लिए ले सकते हैं। प्रदेश में किसानों की संख्या एक करोड़ 30 लाख के करीब है और प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत किसानों की संख्या 75 लाख से ज्यादा है। इसमें से अभी तक 63 लाख किसानों के ही किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) जारी किए गए हैं। किसानों के लिए बोवनी से पहले सहकारी बैंकों के माध्यम से लोन पर खाद-बीज और कृषि उपकरण खरीदने के लिए क्रेडिट कार्ड कीजरूरत पड़ती है। इसके बिना किसानों को बैंकों से लोन नहीं मिल पाता है। डेयरी और पशुपालक भी वंचित डेयरी दुग्ध उत्पादन में लगे कृषक भी किसान क्रेडिट कार्ड से वंचित हैं। जिसके चलते डेयरी उद्योग स्थापित करने उन्हें बैंकों से लोन लेने में परेशानी उठानी पड़ती है। सरकार ऐसे 3 लाख पशुपालकों को अगले तीन साल में किसान क्रेडिट कार्ड देने की तैयारी में है।

कई बैंकों की लापरवाही सामने आई

किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड देने में बैंकों की लापरवाही सामने आई है। बैंक किसानों से इतने डाक्यूमेंट मांगते है, जिसकी पूर्ति करना मुश्किल होता है। खसरा, रकबा नंबर से लेकर किसानों से बही मांगी जाती है। खासकर समग्र कार्ड को लेकर किसानों को खासी दिक्कत उठानी पड़ती है।