‘कमल’ या ‘नाथ’, मुहर लगेगी आज
विस चुनाव : काउंटिंग सुबह 8 बजे से, दोपहर बाद आएंगे नतीजे

भोपाल। विधानसभा चुनाव की मतगणना रविवार को होगी। इसके नतीजे और रुझान से दोपहर बाद तक यह तय हो जाएगा कि प्रदेश में ‘कमल’ खिलेगा अथवा कमलनाथ की सरकार बनेगी। एग्जिट पोल से मिले संकेतों के बाद भाजपा जहां जीत और बहुमत को लेकर आशान्वित है। वहीं, कांग्रेस इन सर्वे रिपोर्ट्स को खारिज कर प्रचंड बहुमत हासिल करने का दावा कर रही है। करीब दो दर्जन से अधिक सीटें ऐसी हैं, जहां दोनों ही दलों के दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी है। भाजपा और कांग्रेस में कुछ उम्रदराज नेता ऐसे भी हैं, जिनकी चुनावी सियासत की यह अंतिम पारी भी है। केंद्रीय मंत्री और सांसदों सहित त्रिकोणीय संघर्ष में फंसे कई नेताओं का राजनीतिक भविष्य का फैसला दोपहर बाद हो जाएगा। इधर, भाजपा और कांग्रेस हाईकमान भी मतगणना से लेकर आगामी कार्यक्रमों की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। दोनों ही पार्टियों की चुनाव प्रबंधन समितियां कार्यकर्ताओं को चाक- चौबंद करती नजर आई।
भाजपा : इन सीटों पर नजरें
भाजपा में सीएम शिवराज सिंह चौहान के अलावा उनके मंत्रिमंडल के 31 मंत्रियों के नतीजों पर सबकी नजर है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रहलाद पटेल सहित महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद रीति पाठक, गणेश सिंह, राकेश सिंह और राव उदयप्रताप सिंह की हार-जीत को लेकर कौतूहल बना हुआ है।
कांग्रेस: हाईप्रोफाइल सीटें
कांग्रेस में प्रमुख रूप से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, डॉ. गोविंद सिंह, जीतू पटवारी की सीटों पर नजरें हैं। इनके साथ ही अजय सिंह, कमलेश्वर पटेल, मुकेश नायक, रजनीश सिंह, डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ, संजय शुक्ला, सज्जन वर्मा, केपी सिंह कक्काजू, दीपक जोशी, हिना कांवरे और उमंग सिंघार जैसे वरिष्ठ नेताओं के नतीजों पर सभी का ध्यान है।
प्रधानमंत्री के प्रति जनता का प्रेम और विश्वास, मप्र में हुआ अभूतपूर्व विकास, जनता का विश्वास व अपार समर्थन भाजपा के साथ है; जिससे स्पष्ट है कि प्रदेश में एक बार फिर ‘कमल’ खिलने जा रहा है। - शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री
मुझे एग्जिट या अन्य कोई पोल से मतलब नहीं है। मुझे मप्र के मतदाता पर भरोसा है। कल इसी टाइम लंबी चर्चा करेंगे। अभी कुछ बोलने की आवश्यकता नहीं है। हमें निर्दलीय प्रत्याशियों की कोई जरूरत नहीं है। - कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री