फिरौती की रकम से अपहरणकर्ताओं ने खरीदे आईफोन, प्रायश्चित करने गए खाटू श्याम

ग्वालियर। पांच दिन पहले दिन दहाड़े हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रमोद पहारिया का अपहरण करने वाले चारों आरोपियों को क्राइम ब्रांच और थाटीपुर थाना पुलिस ने कार्रवाई कर गिरफ्तार कर लिया है। बदमाश इस अपहरण कांड को अंजाम देने के बाद फिरौती की रकम से शॉपिंग कर खाटू श्याम दर्शन के लिए निकल गए। वहां से दिल्ली घूमने के बाद जैसे ही ग्वालियर आए तो पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। पकड़े गए बदमाशों में से एक का क्रिमिनल रिकॉर्ड है, जिनसे पुलिस अब पूछताछ कर रही है।
एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि थाटीपुर थाना इलाके में बीती 20 जुलाई को चार बदमाशों ने कट्टे की नोक पर डॉक्टर का अपहरण कर चार लाख 25 हजार रुपए की फिरौती की रकम वसूली थी। इस घटना को ट्रेस करने के लिए पुलिस की तीन टीमें काम कर रही थीं। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि डॉक्टर के घर से फिरौती की रकम उठाने वाले का फोटो पीड़ित के पिता ने ले लिया था। ऐसे में पुलिस ने फोटो के आधार पर पड़ताल शुरू की तो पता चला कि घटना को अंजाम आदित्य प्रताप गौतम, टीटू गुर्जर, मधुसूदन गुर्जर व विकास गुर्जर ने दिया है।
नामों का खुलासा होते ही पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाश में जुटी तो पता चला कि आरोपी वारदात के बाद से ही घरों से फरार हैं और जल्द ही ग्वालियर आने वाले हैं। इस सूचना पर थाटीपुर थाना प्रभारी विनय शर्मा व क्राइम ब्रांच के एसआई शिशिर तिवारी ने दो टीमों के साथ आरोपियों को चंबल कॉलोनी इलाके से दबोच लिया। वारदात का खुलासा होते ही पुलिस ने तीन बदमाशों को लेकर घटना का सीन रिक्रिएशन कराया, जिसमें बदमाशों ने पुलिस को डॉक्टर की कार रोकने से लेकर उनसे फिरौती वसूलने तक की पूरी वारदात दोहराई।
चार हिस्सों में बांटी फिरौती की रकम
वारदात को अंजाम देने के बाद डॉक्टर से मिली फिरौती की सवा चार लाख की रकम को बदमाशों ने 1 लाख 5 हजार के हिसाब से चार हिस्सों में बांट लिया। जिसके बाद विकास और टीटू आईफोन मोबाइल खरीद कर खाटू श्याम दर्शन के लिए निकल गए।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
अपहरण कांड के खुलासे में क्राइम ब्रांच टीआई अमर सिंह सिकरवार, एसआई राहुल सिंह, प्रआर. मनीष चौहान, जीतेन्द्र बरैया, अनिल गुप्ता व थाटीपुर थाने से एसआई बलराम मांझी, प्रआर. शिवशान्त पांडे, आर. यतेन्द्र राणा, आकाश चौहान सहित अन्य पुलिस स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही।
परिचित डॉक्टर का भाई ही निकला मास्टर माइंड
वारदात के खुलासे में पुलिस को पता चला कि मास्टर माइंड आदित्य सरकारी डॉक्टर का भाई है, जिसे नौकरी पर लगवाने के लिए उसका बड़ा भाई ही डॉक्टर पहारिया के क्लीनिक पर नौकरी दिलाने ले गया था। यहीं मास्टर माइंड ने डॉ. पहारिया के यहां लगने वाली भीड़ को देखकर अपहरण की प्लानिंग कर अपने दोस्तों से घटना को अंजाम दिलवाया।