वाहनों के लिए हाइड्रोजन का उत्पादन करेगी MEIL

वाहनों के लिए हाइड्रोजन का उत्पादन करेगी MEIL

हैदराबाद। हाल ही में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी हाइड्रोजन कार से संसद पहुंचे थे। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच हाइड्रोजन कार चर्चा का विषय है। हालांकि इसके लिए देश में हाइड्रोजन का उत्पादन भी जरूरी है। इसी के तहत इटली की ड्रिलमेक कंपनी भारत स्थित अपनी मूल कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एमईआईएल) के साथ मिलकर हाइड्रोजन उत्पादन करेगी। एमईआईएल के बोर्ड आॅफ डायरेक्टर्स ने ऊर्जा के क्षेत्र में 35 मिलियन यूरो (2.93 अरब रुपए) से अधिक का निवेश करने की योजना को मंजूरी दी है। योजना के तहत इलेक्ट्रोलिसिस, पायरोलिसिस जैसे आधुनिक तरीकों से हाइड्रोजन का उत्पादन किया जाएगा। योजना के लिए ड्रिलमेक ने इड्रोजेना नाम की कंपनी बनाई है। यह स्टार्ट-अप अल्ट्रा क्लीन हाइड्रोजन के उत्पादन और इसके औद्योगिक उत्पादन के लिए आवश्यक पायरोलाइटिक कनवर्टर के रिसर्च और डेवलपमेंट पर काम करेगी।

कार्बन डाइआॅक्साइड उत्सर्जित किए बिना बनेगी हाइड्रोजन

30 से अधिक वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रही इड्रोजेना की टीम द्वारा डिजाइन किए गए कन्वर्टर्स पायरोलिसिस द्वारा बिना किसी प्रदूषक के उपयोग के हाइड्रोजन का उत्पादन कर सकते हैं। यह कार्बन डाइआॅक्साइड उत्सर्जित किए बिना हाइड्रोजन का उत्पादन करेगी। कनवर्टर द्वारा सीधे र्इंधन स्टेशनों पर हाइड्रोजन का उत्पादन इसके स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन की लागत को कम करता है। इसके साथ ही यह यात्रा के दौरान हाइड्रोजन के जोखिम को भी खत्म करता है।

नेटवर्क, ट्रांसपोर्टेशन और स्टोरेज का झंझट नहीं

ड्रिलमेक एसपीए के सीईओ साइमन ट्रैविसानी ने कहा, हम सामाजिक और पर्यावरणीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ऊर्जा उत्पादन को विकसित करने का प्रयास करेंगे। इस प्रक्रिया के तहत हाइड्रोजन वितरण नेटवर्क की जरूरत नहीं होगी।

सार्वजनिक परिवहन की जरूरतों को करेगी पूरा

इस तकनीक से समान लागत पर कम दबाव पर काम करके हाइड्रोजन का उत्पादन किया जा सकता है। इसके लिए ज्यादा ट्रेनिंग की भी जरूरत नहीं है। यह किसी भी प्रदूषक का इस्तेमाल किए बिना बनाई जाएगी और कोई अपशिष्ट भी नहीं निकलेगा।