मप्र बोर्ड 12वीं का रिजल्ट जारी छोटे शहरों के टॉपर चमक

मप्र बोर्ड 12वीं का रिजल्ट जारी छोटे शहरों के टॉपर चमक

भोपाल । एमपी बोर्ड  ऑफ सेकंडरी एजुकेशन ने लंबे इंतजार के बाद सोमवार को 12वीं के रिजल्ट जारी कर दिया। इस बार 68.81 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए हैं। यह पिछले वर्ष से 3.56 प्रतिशत कम हैं। पिछले वर्ष 12वीं का रिजल्ट 72.37 प्रतिशत था। रिजल्ट गिरने के पीछे कोरोना को सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है। इसके चलते स्टूडेंट्स की पढ़ाई प्रभावित हुई। मेरिट लिस्ट के टॉप-3 में आर्ट और साइंस में बड़े शहर के स्टूडेंट्स नहीं हैं। कॉमर्स में एक्सीलेंस स्कूल भोपाल की स्टूडेंट्स तीसरे स्थान पर है। 73.40 प्रतिशत छात्राएं और 64.66 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। परीक्षा में 8.5 लाख स्टूडेंट शामिल हुए थे।

 मोटीवेशन : डिप्रेशन को हरा आंचल बनीं भोपाल टॉपर

मैंने एग्जाम शुरू होने से पहले ही टारगेट बना लिया था कि सभी विषयों को बराबरी से ध्यान देना है। 10वीं में सबसे ज्यादा अंक आने के बाद भी मेरिट में नहीं आ सकी थी, क्योंकि लिस्ट बेस्ट फाइव पर तय हुई थी। मैं डिप्रेशन में चली गई थी। लोगों से दूर रहना शुरू कर दिया था। छोटी-छोटी बातों पर चिढ़ना और जल्दी गुस्सा आने लगता था। मम्मी ने डिप्रेशन से निकलने में मदद की। जब तक मैं पढ़ाई के लिए जगती थी तब तक वो भी मेरा साथ देती थीं। मैंने सभी विषयों में से इकोनॉमिक्स पर ज्यादा ध्यान दिया। कोरोना की वजह से पढ़ाई भी अफेक्ट हुई और इसके लिए मैंने सिंगिंग, डांसिंग और कुकिंग का सहारा लिया। एग्जाम लेट होने की वजह से मन पढ़ाई में नहीं लगता था। मुझे अब चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना है। बीबीए भी करना है। एग्जाम के टाइम पापा-मम्मी ने प्रॉमिस किया था मोबाइल दिलाएंगे। अब वो भी पूरा होगा। (...जैसा आंचल ने बताया )

 फेल होने वाले निराश न हों

शिक्षा मंत्री हम सब जानते हैं कि कोरोना की वजह से रिजल्ट में देरी हुई है। बच्चों और उनके अभिभावकों से अपील है कि जिनका रिजल्ट अच्छा है, उनको बधाई और जिनका रिजल्ट उनकी इच्छा के अनुरूप नहीं आया है, वह चिंता न करें। सरकार की योजना 'रुक जाना नहीं' के तहत प्रयास करें। -इंदर सिंह परमार, स्कूल शिक्षा मंत्र

 साइंस की प्रिया और रिंकू बथरा 495 नंबर लाकर  स्टेट टॉपर बने