लाड़ली लक्ष्मी के डॉक्टर बनने की फीस भरेगी मप्र सरकार : शिवराज

लाड़ली लक्ष्मी के डॉक्टर बनने की फीस भरेगी मप्र सरकार : शिवराज

भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को लालपरेड मैदान पर लाड़ली लक्ष्मी-2.0 का शुभारंभ किया। इस मौके पर सीएम ने कहा कि डॉक्टर बनने में बडेÞ और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में 7-8 लाख रुपए की फीस लगती है। हम यह तय कर रहे हैं कि लाड़ली लक्ष्मी बेटियों की यह फीस मप्र सरकार भरवाए। कॉलेज में जाने वाली लाड़ली लक्ष्मियों को 25 हजार रुपए अलग से दो किस्तों में दिए जाएंगे। सीएम ने इस अवसर पर लाड़ली ई-संवाद ऐप का लोकार्पण भी किया। सीधे मुझसे बात कर सकती हैं बेटियां मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी ईसं वाद ऐप का लोकार्पण करते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर बेटियां मुझसे सीधे संवाद कर सकती हैं। यह ऐप इसीलिए बनाया गया है। मेरी बेटियों सचमुच में आज मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हो गया। मेरी लाड़ली लक्ष्मी बेटियों के चेहरे पर मुस्कराहट आती है तो मेरी जिंदगी सफल हो जाती है। मेडिकल ही नहीं, आईआईटी, आईआईएम या किसी भी संस्थान में प्रवेश की फीस सरकार भरेगी।

सुनाई अपने गांव जैत की कहानी

मुख्यमंत्री ने अपने गांव जैत की कहानी सुनाते हुए कहा कि मैं बचपन में देखता था कि मां बेटे को ज्यादा प्यार करती थी। बेटा पैदा होने पर खुशियां मनाई जाती थीं। ढोल बजते थे। बधाई गाई जाती थी और बेटी पैदा होने पर ऐसा लगता था कि आफत आ गई हो। एक बहन थी, जब तीसरी बार भी बेटी हो गई तो कहा गया कि घर से निकाल दो। मैंने उस बहन की आंखों में आंसू देखे थे। तब दर्द पैदा हुआ कि ये कैसे भेदभाव हैं। बेटे को ज्यादा बेटी को कम प्यार। ये भेदभाव मेरे मन में चुभता था। सोचता था कि वो दिन कब आएगा कि बेटी को बोझ नहीं वरदान माना जाएगा।

ना भूलें, मां से हमारा अस्तित्व

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं लाड़ली लक्ष्मियों बेटियों से एक अपील करना चाहता हूं कि अपने माता-पिता का सदैव सम्मान करें। मां को कभी नहीं भूलना चाहिए, मां से ही हमारा अस्तित्व है। इसके पहले सीएम ने शक्ति स्वरूपा कन्याओं का पूजन किया। सीएम ने मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, उषा ठाकुर को आगे किया और स्कूली छात्राओं से दीप प्रज्जवलित कराया।

आयोजन में सीएम ने यह घोषणाएं भी कीं

हर साल 2 से 12 मई तक लाड़ली लक्ष्मी उत्सव मनाया जाएगा।

लाड़ली लक्ष्मियों के लिए अच्छा कार्य करने वाली ग्राम पंचायत, लाड़ली लक्ष्मी पंचायत घोषित होंगी।

जहां लाड़ली लक्ष्मी का सम्मान होगा, वहां बाल विवाह नहीं होगा।

कोई लाड़ली कुपोषित नहीं होगी और कहीं भी बालिका अपराध घटित नहीं होगा।

लाड़ली लक्ष्मी योजना की स्थिति

2007 से अब तक 42.08 लाख से ज्यादा बालिकाओं का पंजीयन।

अब तक कक्षा 6, 9, 11 और कक्षा 12 में प्रवेशित कुल 9.05 लाख बालिकाओं को 231.07 करोड़ की छात्रवृत्ति का वितरण।

ग्वालियर, चंबल और बुंदेलखंड जैसे कम लिंगानुपात वाले क्षेत्रों में लिंगानुपात में परिवर्तन।

2 बच्चों के बाद और अधिक बच्चों की चाह न रखने वाले परिवारों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है।

बेटियों से ज्यादा बेटे चाहने वाले महिलाओं और पुरुषों का प्रतिशत 18 से घटकर 13 हो गया है।

घरेलू हिंसा के मामले में 33 प्रतिशत से घटकर 28 प्रतिशत हो गए हैं।