महादेव सट्टा ऐप: ईडी के रडार पर 30 से ज्यादा बॉलीवुड हस्तियां, समन जारी
ईडी ने रणबीर कपूर, श्रद्धा कपूर, कपिल शर्मा, हिना खान समेत कई हस्तियों को रायपुर बुलाया

रायपुर। ऑनलाइन महादेव सट्टा ऐप को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर बॉलीवुड की 30 से अधिक हस्तियां आ चुकी हैं। ईडी ने अभिनेता रणबीर कपूर, अभिनेत्री श्रद्धा कपूर, कॉमेडियन कपिल शर्मा, अभिनेत्री हुमा कुरैशी, हिना खान समेत टेलीविजन और साउथ फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कलाकारों को समन देकर रायपुर कार्यालय में बुलाया है। इनमें से रणबीर कपूर को 5 अक्टूबर को रायपुर बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने ईमेल भेजकर रायपुर आने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है। इन सभी कलाकारों पर आरोप है कि इन्होंने सितंबर 2022 और इस साल फरवरी में दुबई में महादेव सट्टा ऐप के संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के दो कार्यक्रमों में भाग लिया था। इसके एवज में इन्होंने हवाला के माध्यम से पैसा लिया था। यह पैसे उन्हें मुंबई में दिए गए थे। इन हस्तियों से सितंबर 2022 में दुबई के एक होटल में आयोजित इवेंट में शामिल होने के बदले उन्हें दिए गए कथित भुगतान के बारे में ईडी के अधिकारी पूछताछ कर उनके बयान दर्ज भी दर्ज करेंगे। जांच में सामने आया है कि महादेव ऐप का संचालक सौरभ चंद्राकर डेढ़ साल पहले महादेव से संबंधित एक फैंटेसी गेमिंग ऐप के लिए एक स्टार्टअप फर्म स्थापित करने के लिए कुछ व्यावसायिक सलाहकारों के संपर्क में था। ये व्यावसायिक सलाहकार, नौकरशाह और रसूखदार लोग थे, जो इस फैंटेसी ऐप को विकसित करने के लिए विशेषज्ञों की एक एक्सपर्ट टीम देने वाले थे, लेकिन इससे पहले भंडाफोड़ हो गया।
दुबई के इवेंट में लिया था भाग, ऐप को किया प्रमोट
ईडी की जांच में सामने आया है कि 4 एक्टर्स ने दुबई के इवेंट में भाग लेने के साथ ही अपने मोबाइल गेमिंग ऐप को प्रोमोट करने प्रचार भी किया था। ईडी के अनुसार योगेश पोपट की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी आर-1 इवेंट्स प्रालि को हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपए पहुंचाए गए थे। यहीं नहीं अग्रिम नगद भुगतान कर 42 करोड़ रुपए में दुबई होटल की बुकिंग की गई थी। पोपट, मिथिलेश समेत अन्य आयोजकों के ठिकानों की तलाशी में 112 करोड़ रुपए हवाला के जरिए मिलने के ठोस सबूत भी ईडी के हाथ लगे हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग में कई खिलाड़ी शामिल:
ईडी ने महादेव ऐप मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल कई खिलाड़ियों की पहचान की है, हालांकि उनके नाम सामने नहीं आए। जांच में पाया गया कि कोलकाता के विकास छपारिया ऐप के लिए हवाला का काम संभालता है। उसके और सहयोगी गोविंद केडिया के ठिकानों की तलाशी में कई दस्तावेज मिले हैं। दस्तावेजों के अनुसार गोविंद की मदद से विकास अपनी संस्थाओं परफेक्ट प्लान इन्वेस्टमेंट, एक्जिम जनरल ट्रेडिंग और टेकप्रो आईटी साल्यूशंस के माध्यम से विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) मार्ग से शेयर बाजार में निवेश कर रहा था।