कोरोना संक्रमण के बीच मलेरिया-वायरल फीवर का अटैक, लगातार बढ़ रहे पीड़ित

कोरोना संक्रमण के बीच मलेरिया-वायरल फीवर का अटैक, लगातार बढ़ रहे पीड़ित

जबलपुर । एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना जैसी महामारी से जूझ रही है। वहीं मौसमी बीमारियों ने भी अटैक करना शुरू कर दिया है। अब प्रदेश में मलेरिया-डेंगू और चिकनगुनिया ने भी पैर पसारना शुरू कर दिया है। हालांकि कोरोना वायरस से विपरीत मलेरिया-डेंगू और चिकनगुनिया का इलाज संभव है। वहीं चिकित्सक लगातार लोगों को सलाह दे रहे हैं कि मलेरिया को अनदेखा न करें, यह बीमारी भी जानलेवा साबित हो सकती है। गौरतलब है कि विक्टोरिया,मेडिकल और एल्गिन में इन दिनों वायरल फीवर के काफी मरीज मिल रहे है। जहां मेडिकल में 5 सौ से ज्यादा,विक्टोरिया में करीब 250 से ज्यादा और एल्गिन में भी गर्भवती महिलाएं वायरल फीवर की प्रतिदिन 4 से 6 आती हैं। जिनकी जांच की जा रही हैं। जबकि जिले में अभी तक मलेरिया के 18, चिकनगुनिया के 18 और डेंगु के 24 प्रकरण सामने आ चुके हैं। विक्टोरिया और मेडिकल में तो इनदिनों वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। यहां पर वायरल फीवर के मरीजों की कतारे लग रही हैं।

यहां ज्यादा प्रभाव आ रहा सामने

प्राप्त जानकारी के अनुसार इनदिनों गाजीनगर गोहलपुर, रांझी, ग्वारीघाट, गढ़ा, मेडिकल क्षेत्र की कुछ कालोनियां, शीतलामाई, रद्दी चौकी, सहित ग्रामीण क्षेत्रों से मलेरिया, डेगु, चिकनगुनियां के मरीज सामने आ रहे हैं।

40 से ज्यादा मलेरिया-डेंगू की बनाई जा रहीं प्लेट्स

जिला अस्पताल विक्टोरिया, मेडिकल कॉलेज और एल्गिन अस्पताल में भी कोरोना के मरीजों के साथ मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों में इजाफा हुआ है। जिला अस्पताल में पदस्थ मलेरिया जांच अधिकारी बताते हैं कि जुलाई-अगस्त माह में अन्य बीमारियों ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। जिला अस्पताल में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया में बढ़ोतरी हुई है। एक दिन में ही 40 से 45 मलेरिया-डेंगू की प्लेट्स बनाई जा रही हैं, जिसमें कुछ केस पॉजिटिव भी सामने आए हैं। दरअसल कोरोना काल के समय मलेरिया, डेंगू के मरीजों में भी इजाफा हुआ है। हालांकि कोरोना और मलेरिया के लक्षण अलग-अलग हैं, लेकिन दोनों ही बहुत ही घातक हैं। कोरोना में आया हुआ बुखार जहां लगातार बना रहता है। वहीं मलेरिया-डेंगू से आया बुखार हर आधे घंटे में चढ़ता-उतरता रहता है। डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया का समय पर इलाज नहीं होता है, तो इन बीमारियों से भी जान जा सकती है।

मलेरिया टेस्ट कराने से डर रहे लोग

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में कोरोना वायरस को लेकर लोगों के मन में भय बना हुआ है। यही वजह है कि अगर किसी को ठंड के साथ बुखार आ रहा है, तो वह यह समझता है कि उसे कोरोना वायरस का बुखार है। लिहाजा लोग मलेरिया का टेस्ट करवाने से भी डर रहे हैं। जबकि डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया भी उतना ही खतरनाक है, जितना कि कोरोना वायरस। ऐसे में अगर समय रहते हो बुखार का इलाज नहीं करवाया जाता है, तो जान पर बन आ सकती है।