बाजार पूंजीकरण 1.51 लाख करोड़ रु. बढ़ा

बाजार पूंजीकरण 1.51 लाख करोड़ रु. बढ़ा

नई दिल्ली। सेंसेक्स की शीर्ष 10 में आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 1,51,456.45 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई। सबसे अधिक लाभ में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) रही। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,444.59 अंक या 2.52 प्रतिशत के लाभ में रहा। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में सिर्फ रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई। टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 46,016.2 करोड़ रुपए के उछाल से 14,11,058.63 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। एचडीएफसी बैंक का बाजार मूल्यांकन 33,861.41 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी के साथ 8,44,922.53 करोड़ रुपए रहा। इन्फोसिस की बाजार हैसियत 23,425.29 करोड़ रुपए की वृद्धि के साथ 7,32,177.06 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। बजाज फाइनेंस का बाजार मूल्यांकन 17,226.59 करोड़ रुपए के लाभ से 4,31,926.08 करोड़ रुपए पर और आईसीआईसीआई बैंक का 16,601.55 करोड़ रुपए के उछाल से 5,59,009.41 करोड़ रुपएपर पहुंच गया। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बाजार पूंजीकरण में 6,113.36 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ और यह 4,73,182.90 करोड़ रुपए रहा। इसी तरह हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार पूंजीकरण 5,850.48 करोड़ रुपए बढ़कर 5,42,262.17 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। भारती एयरटेल ने सप्ताह के दौरान 2,361.57 करोड़ रुपए जोड़े और उसका बाजार मूल्यांकन 3,95,535.80 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।

गोल्ड ईटीएफ में 4,814 करोड़ रुपए का निवेश

नई दिल्ली। गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। बीते साल में गोल्ड ईटीएफ को 4,814 करोड़ रुपए का निवेश मिला है। एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के अनुसार बीते साल गोल्ड ईटीएफ में निवेश का प्रवाह 2020 के 6,657 करोड़ रुपएसे कम रहा है। वैश्विक पुनरुद्धार और बेहतर निवेशक धारणा से महामारी के साल की तुलना में 2021 में गोल्ड ईटीएफ के प्रवाह में गिरावट आई है। क्वांटम म्यूचुअल फंड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जिमी पटेल ने कहा कि महंगाई और फेडरल रिजर्व के रुख की वजह से 2022 में भी गोल्ड ईटीएफ का आकर्षण कायम रहने की उम्मीद है। हालांकि, अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा मौद्रिक नीति को कड़ा करने से डॉलर और अमेरिका में बांड पर प्रतिफल बढ़ेगा, जो सोने के लिए बाधक हो सकता है। 2020 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश का प्रवाह बढ़ने की प्रमुख वजह कोविड-19 महामारी थी। इसके अलावा मौद्रिक रुख में नरमी और वैश्विक स्तर पर ब्याज दरों में कमी से भी सोने में निवेश फायदे का सौदा था। गोल्ड ईटीएफ पूरे साल निवेशकों को आकर्षित करता रहा। यहां तक कि शेयरों में उछाल के बावजूद इसका आकर्षण कायम रहा। बीते साल सिर्फ जुलाई महीने में गोल्ड ईटीएफ से निकासी देखने को मिली। जुलाई में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से 61.5 करोड़ रुपए निकाले। दिसंबर तक स्वर्ण कोषों के तहत परिसंपत्तियां बढ़कर18,405 करोड़ रुपए रही।