क्रिटिकल केयर यूनिट के लिए मेडिकल में नहीं मिल रही जगह

जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में क्रिटिकल केयर यूनिट के लिए जगह नहीं मिल रही है। डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने जब इस प्रस्ताव के बारे में पड़ताल कराई तो कॉलेज की डीन और अधिकारी जबाव नहीं दे पाए। मामला ठंडे बस्ते में देख डिप्टी सीएम ने बैठक के बीच से ही भोपाल में बैठे अधिकारी को फोन घुमा दिया लेकिन अधिकारी बोले हमारी ओर से सब ओके है। जबलपुर में ये क्यों नहीं हो पाया है इस पर संज्ञान लेंगे।
डिप्टी सीएम की पड़ताल के बाद अब कॉलेज प्रशासन इस यूनिट के लिए अस्पताल में जगह ढूंढ रहा है। 16 करोड़ से तैयार होगी यूनिट प्रस्ताव के मुताबिक यह यूनिट करीब 16 करोड़ रुपए की लागत से तैयार की जाएगी। इसमें इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के उपचार के लिए अत्याधुनिक तकनीक वाले उपकरण के साथ इसके लिए प्रशिक्षित स्टाफ को भी तैनात किया जाएगा। जिससे मरीजों को सुविधा मिलेगी।
क्या है क्रिटिकल केयर यूनिट
बताते हैं कि क्रिटिकल केयर यूनिट में उन मरीजों को रखा जाएगा जो कि इमरजेंसी में केजुअल्टी में गंभीर रूप से घायल व बीमार हालत में पहुंचते है। इस यूनिट को केजुअल्टी के पास बनाने को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
केजुअल्टी के ऊपर बनाने पर विचार
इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरविन्द शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस यूनिट को केजुअल्टी के पास ही बनाया जाएगा। इसके लिए फिलहाल केजुअल्टी के ऊपर फर्स्ट फ्लोर पर बनाने का विचार किया जा रहा है लेकिन निर्माण एजेंसी के अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद ही कुछ फाइनल हो पाएगा।
अधीक्षक ने देखी यूनिट के लिए जगह
बताया जाता है कि डिप्टी सीएम के निर्देश के बाद अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरविन्द शर्मा व पीडब्ल्यूडी के अधिकारी अस्पताल की केजुअल्टी और आईसीएच के पास बने भवनों का निरीक्षण करने पहुंचे। अब कहा जा रहा है कि स्थानीय स्तर पर तैयार इस रिपोर्ट को भोपाल भेजा जाएगा।