नाबालिग करती रही इनकार, पुलिस ने बिना मर्जी के पहुंचाया वन स्टॉप सेंटर

ग्वालियर। अपनी बेटी को बचाने के लिए जतन करने वालों के साथ ही पुलिस ने बदसलूकी की, परिजनों का आरोप है कि बलात्कार पीड़िता और अगवा कर दिल्ली बेचे जाने वाली बच्ची को पुलिस ने नहीं बल्कि खुद परिजनों ने तलाशा। इसके बाद जब बच्ची अपनी मां के साथ जाना चाहती थी तब भी पुलिस ने उसे जबरदस्ती वन स्टॉप सेंटर में धकेल दिया। हालांकि मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धाराओं में इजाफा कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए है। कोतवाली थाना इलाके से मार्च माह में लापता हुई किशोरी के मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बलात्कार सहित अन्य धाराओं का इजाफा किया है। बालिका को उसकी रिश्तेदार सीमा अपने परिचित हेमंत के साथ अगवा कर ले गई थी।
हेमंत ने कुछ दिन तक नाबालिग से शहर में ही दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया इसके बाद यह लोग उसे बेचने के लिए दिल्ली ले गए। तभी पीड़िता मौका पाकर वहां से हरिद्वार रूड़की की ओर भाग निकली। जहां से परिजन और पुलिस नाबालिग को सकुशल दस्तयाब कर लाए। बाद में न्यायालय से पीड़िता को वन स्टॉप सेंटर भेजने का आदेश हुआ, जिस पर पुलिस उसे लेकर जेएएच कैंपस स्थित सेंटर पहुंची जहां पीड़िता ने अंदर जाने से इनकार कर परिजनों के साथ जाने की इच्छा जताई। बाद में पुलिस की समझाइश पर नाबालिग को वन स्टॉप सेंटर दाखिल किया गया। शनिवार को पुलिस ने इस मामले में पीड़िता के बयान लेकर आरोपियों के खिलाफ दर्ज प्रकरण में धाराओं का इजाफा कर दिया है।
वीडियो हुआ वायरल
पुलिस और नाबालिग के परिजनों के बीच वन स्टॉप सेंटर के बाहर हुई झड़प का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिस पर पुलिस द्वारा नियमानुसार न्यायालय के आदेश पर कार्रवाई करना बताया गया है।
पुलिस पर बदसलूकी का आरोप
इस प्रकरण में परिजनों ने वन स्टॉप सेंटर के बाहर बलात्कार पीड़िता से पुलिस द्वारा झूमाझटकी और बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। परिजनों ने बताया कि पुलिस ने उन्हें भी झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी। लेकिन वह हार नहीं माने और आखिर में बच्ची को रूड़की से ढूंढ़ निकाला।
छात्रा के अगवा होने के मामले में धाराओं का इजाफा हुआ है, इसके बाद जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं वन स्टॉप सेंटर भेजे जाने के मामले में नियमानुसार कार्रवाई की गई है। -रमेश कुमार सिंह, टीआई कोतवाली