भारतीय सेना में खाली हैं 7 हजार से अधिक पद, जल्द भरे जाएंगे

नई दिल्ली। भारतीय सेना में 7 हजार से अधिक पद खाली है। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि पिछले साल से भारतीय सेना में सात हजार से अधिक अधिकारी पद खाली पड़े हैं। हालांकि, यह आंकड़ा 1 जनवरी 2022 को 7,665 से कम होकर 15 दिसंबर 2022 को 7,363 हो गया है। जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद राम नाथ ठाकुर को जवाब देते हुए भट्ट ने कहा कि 15 दिसंबर तक सैन्य नर्सिंग अधिकारियों की भूमिका में 511 रिक्तियां थीं, जो पिछले साल 1 जनवरी तक 471 हो गई थीं। वहीं, जूनियर कमीशंड अधिकारियों/अन्य अधिकारियों के पदों के लिए रिक्तियां 15 दिसंबर तक 1,18,485 थीं। इंडियन नेवी में यह है स्थिति: भारतीय नौसेना में, आॅफिसर रैंक के लिए पोस्ट (मेडिकल और डेंटल को छोड़कर) 31 दिसंबर 2021 को 1,557 से बढ़कर वर्ष-दर-वर्ष 1,653 हो गईं। वहीं, नाविकों के लिए रिक्तियां 2021 के अंतिम दिन 11,709 से घटकर पिछले साल इसी समय 10,746 रह गई हैं।
ये है इंडियन एयरफोर्स के आंकड़े
भारतीय वायु सेना में पिछले साल 2022 में, अधिकारियों (मेडिकल और डेंटल को छोड़कर) के लिए रिक्तियां 1 जनवरी 2022 को 572 से बढ़कर 1 दिसंबर 2022 को 761 हो गईं। वहीं, एयरमैन पद के लिए रिक्त पद 2022 के पहले दिन 6,227 थे, जो साल के अंतिम दिन 2,340 रह गए थे।
आर्मी और नेवी में भरे गए इतने पद
रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने बताया कि भारतीय सेना में साल 2021 में 1,512 अधिकारी पदों के लिए रिक्तियां भरी गईं। इसके बाद 2022 में 1,285 रिक्तियां भरी गईं थीं। वहीं, नौसेना में, 2021 में 323 अधिकारियों की तुलना में पिछले वर्ष 386 अधिकारियों की भर्ती की गई थी।
भारत में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 से बढ़कर 654 हुई
इधर भारत में मेडिकल कॉलेजों की संख्या में 69 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने मंगलवार को संसद में बताया कि कॉलेजों की संख्या 2014 से पहले 387 से अब तक 654 हो गई है। वहीं एमबीबीएस सीटों की संख्या 51,348 से 99,763 हो गई है, यानी 94 प्रतिशत की वृद्धि। इसके अलावा, स्नातकोत्तर (पीजी) सीटों की संख्या में 107 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो 2014 से पहले 31,185 से अब तक 64,559 हो गई है। उन्होंने कहा कि देश में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार ने मेडिकल कॉलेजों की संख्या और एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़ाई है। पवार ने कहा कि मंजूरी दिए गए 157 नए मेडिकल कॉलेजों में से 94 पहले से ही काम कर रहे हैं।
कॉलेजों को मजबूत करने योजना की गई है लागू
मंत्री पवार ने कहा कि एमबीबीएस और पीजी सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए राज्य या केंद्र सरकार द्वारा संचालित मौजूदा मेडिकल कॉलेजों को मजबूत या उन्नत करने के लिए एक केंद्र प्रायोजित योजना लागू की गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉकों के निर्माण द्वारा सरकारी मेडिकल कॉलेजों का उन्नयन के तहत कुल 75 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिनमें से अबतक 60 पूरी हो चुकी हैं।1111
2017 से 2021 के बीच 41,000 से अधिक लोगों ने नशे की लत के कारण आत्महत्या की
इसबीच केंद्रीय मंत्री डॉक्टर भारती प्रवीण पवार ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया कि देश में 2017 से 2021 के बीच नशीली दवाओं के सेवन/शराब की लत के कारण 41,487 लोगों ने आत्महत्या की। पवार ने आगे बताया कि इस अवधि के दौरान 2021 में सर्वाधिक 10,560 लोगों ने नशे की लत के कारण आत्महत्या की।