कटोराताल के पानी में फिर छाई काई, पानी मारने लगा सड़ांध

ग्वालियर। गर्मी आने से पहले ही कटोराताल में भरे लाखों लीटर पानी में काई व गंदगी ने डेरा जमा लिया है। हालात यह हैं कि म्यूजिकल फाउंटेन चलवाने वाली फर्म काई को लेकर जबरदस्त परेशान है। वहीं तिघरा का लाखों लीटर पानी बर्बाद होने को लेकर स्मार्ट सिटी के जिम्मेदार सीख लेने को तैयार नहीं हैं। यही कारण है कि डेढ़ साल गुजरने के बाद भी कटोराताल में क्लोरिन फिल्टर प्लांट नहीं लग पाया है, जिसके चलते भरे पानी में सड़ांध आने लगी है।
कटोराताल में लगभग 3 करोड़ की लागत से म्यूजिकल फाउंटेन संचालन की शुरूआत पौने दो साल पहले की गई थी। लेकिन स्मार्ट सिटी के जिम्मेदार अभी भी म्यूजिकल फाउंटेन चलाने के लिए पीने वाले साफ पानी की उपलब्धता के लिए क्लोरिन प्लांट लगाने वाले प्रोजेक्ट को आगे नहीं बढ़ा पाए हैं। यही कारण है कि बीते कुछ माह पहले तिघरा सप्लाई वाले 25 लाख लीटर पानी को कटोराताल में भरने के बाद खराब होकर काई छाने व गंदगी को खुले में तैरने की शुरूआत हो चुकी है, वहीं पानी भी सड़ांध मारने लगा है। उल्लेखनीय है कि कटोराताल में चार से पांच बार में तिघरा से सप्लाई होने वाला लगभग सवा से डेढ़ करोड़ लाख लीटर पानी भरने व सड़ने पर फेंक दिया गया है। जिम्मेदार अधिकारी लगातार पानी की बर्बादी देख सबक लेने को तैयार नहीं हैं। इस मामले में ठेकेदारी फर्म के कमल गुप्ता का कहना है कि अभी तक कटोराताल में क्लोरिन प्लांट नहीं लगा है।
स्मार्ट सिटी को कराना है पानी सफाई की व्यवस्था
ठेकेदारी फर्म द्वारा स्मार्ट सिटी अधिकारियों को कई बार पानी खराब होने की व्यवस्था सुधार के लिए लिखा जा चुका है। कटोराताल में पानी की सफाई मेरे काम के दायरे में नहीं है, इसलिए जीएससीडीसीएल के लिए जांच कर व्यवस्था व जिम्मेदारी सुनिश्चित करें। लेकिन इसके बाद भी स्मार्ट सिटी अधिकारी साल भर से ज्यादा समय गुजरने पर भी पानी की सफाई व्यवस्था बनाने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
ग्वालियर आते ही पहला काम कटोराताल के पानी को साफ करवाने के लिए क्लोरिन प्लांट लगवाना है। नीतू माथुर, सीईओ, स्मार्ट सिटी ग्वालियर