नगर निगम भोपाल: बिना शक्ति जारी की थीं 200 बिल्डिंग परमिशन और 50 से ज्यादा विकास अनुमतियां- करनी थी कार्रवाई, बिना जांच भेजा मूल विभाग

नगर निगम भोपाल: बिना शक्ति जारी की थीं 200 बिल्डिंग परमिशन और 50 से ज्यादा विकास अनुमतियां- करनी थी कार्रवाई, बिना जांच भेजा मूल विभाग

भोपाल। अधिकार न होने के बावजूद 200 से ज्यादा बिल्डिंग परमिशन और 50 से ज्यादा विकास अनुमतियां जारी कर सुर्खियों में आए भवन अनुज्ञा शाखा में तैनात सहायक नगर निवेशक एमपी शांडिल्य को उनके मूल विभाग टीएंडसीपी भेज दिया गया है। दो दिन पहले शांडिल्य से नगर निवेशक ने सभी जिम्मेदारियां वापस ले ली थीं। हालांकि, इस कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं। दरअसल शांडिल्य द्वारा की गई गड़बड़ियों की जांच किए बिना ही उन्हें क्लीन चिट देते हुए मूल विभाग में भेज दिया गया है। बता दें कि शांडिल्य का टीएंडसीपी में मूल पद मानचित्रकार का है। जबकि उनकी शैक्षणिक योग्यता बीए बताई गई और अहम जिम्मेदारियां दी गई थीं। इस पर लंबे समय से सवाल उठते रहे हैं। इधर, शांडिल्य ने अधिकार न होने के बावजूद 200 से ज्यादा बिल्डिंग परमिशन और 50 से ज्यादा विकास अनुमतियां जारी कर दीं, जो विवाद की वजह बनीं। विवाद बढ़ा तो चीफ सिटी प्लानर विजय सावलकर ने दो दिन पहले उनसे सभी जिम्मेदारियां वापस ले ली थीं। जबकि शुक्रवार को सीपी ने शांडिल्य को उनके मूल विभाग टीएंडसीपी वापस भेज दिया। इधर, नगर निगम आयुक्त वीएस चौधरी कोलसानी ने टीएंडसीपी डायरेक्टर को पत्र भी लिखा है।