सोडियम हाइपो क्लोराइड के छिड़काव से ननि ने खींचे हाथ

सोडियम हाइपो क्लोराइड के छिड़काव से ननि ने खींचे हाथ

जबलपुर । कोरोना संक्रमण में नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा शहर से लेकर कंटेनमेंट जोन व अस्पतालों व संवेदनशील स्थानों पर किए जाने वाला सोडियम हाइपो क्लोराइड के स्प्रे से अब नगर निगम ने अपने हाथ खींच लिए हैं। अब केवल कंटेनमेंट जोन में ही इसका छिड़काव करवाया जा रहा है। वहीं आयुध निर्माणी से मिले वाटर वाऊजर को भी वापस कर दिया गया है। नगर निगम ने अब तक 42 हजार लीटर सोडियम हाइपो क्लोराइड का छिड़काव करवाया है। इसका रेसियो 1000 लीटर पानी पर 25 लीटर रसायन का इस्तेमाल किया जा रहा था। इसमें भी बताया जा रहा है कि 26 हजार लीटर सोडियम हाइपो क्लोराइड ननि को दान में मिला था बाकी का 54 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से भुगतान किया गया है। संभावित क्षेत्रों में कई दिन तक ननि ने अपने संसाधनों से इसका छिड़काव करवाया है,लेकिन अब इसे सीमित कर दिया गया है।

5 किमी छिड़काव कर रहा था 5 हजार लीटर का वाटर वाऊजर

कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए आर्डिनेंस फैक्टरी खमरिया के द्वारा नगर निगम को विगत दिनों 5 हजार लीटर क्षमता का वाटर वाऊजर दिया गया था। नगर निगम ने इसका उपयोग शहर के मुख्य मार्गों में दवा छिड़काव के लिए कि या था। प्रतिदिन यह वाहन करीब 2 ट्रिप लगाता था। स्वास्थ्य अधिकारी भूपेन्द्र सिंह ने जानकारी दी है कि अब तक हम 40 से 42 हजार लीटर से अधिक सोडियम हाईपो क्लोराइड रसायन का छिड़काव अब तक किया जा चुका है। प्रति एक हजार लीटर में 25 लीटर उक्त रसायन मिलाया जाता है इस हिसाब से 5 हजार लीटर क्षमता के वाटर वाऊजर में सवा सौ लीटर रसायन मिलाया जाता है। यह विशाल वाहन एक दिन में करीब 2 ट्रिप में छिड़काव कर पाता है। तेज फुहारों से किए जान वाले छिड़काव के सकारात्मक परिणाम नजर आ रहे हैं।

हर घर में प्रति 3 दिन में पहुंचे थे दवा छिड़कने

नगर निगम का यह भी दावा रहा है कि शहर भर में 300 से अधिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता हर घर में इस रसायन का छिड़काव करने के लिए सप्ताह में 2 बार पहुंच रहे थे। हालाकि इसमें नागरिकों का कहना है कि केवल गली व मार्गों में ये कर्मी छिड़काव कर चले जाते हैं और घरों में नहीं करते।