न दहाड़, न दीदार नयागांव के जंगल से कहां गुम हो गया तेंदुआ

न दहाड़, न दीदार नयागांव के जंगल से कहां गुम हो गया तेंदुआ

जबलपुर । नयागांव-ठाकुरताल से बरगी हिल्स की पहाड़ी के जंगल में गत वर्ष अक्टूबर माह से दहशत फैलाने वाले तेंदुए की इस वर्ष मार्च माह से लोकेशन नहीं मिल रही है। तेंदुआ पहाड़ी के जंगल में नहीं है, इसको लेकर वन विभाग के अधिकार आश्वस्त हैं, लेकिन वह कहां गया, इसको लेकर साफ बताने को कोई तैयार नहीं है। उल्लेखनीय है कि शक्ति भवन से नयागांव मार्ग के किनारे लगी पहाड़ी के जंगल ठाकुरताल में तेंदुआ पिछले वर्ष अक्टूबर-नवंबर माह में दिखा था, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया था। मार्च माह के अंतिम सप्ताह से जारी लॉक डाउन से जून माह तक तेंदुए की कोई दस्तक जंगल में नहीं मिली है। उल्लेखनीय है कि रामपुर स्थित जलपरी, नयागांव से बरगी हिल्स की पहाड़ी पर तेंदुआ परिवार सक्रिय था। यहां नयागांव के लोगों ने दिसंबर माह में तेंदुआ और उसके दो शावकों को देखा भी था, तेंदुआ की सक्रियता पर मंडला से एक्सपर्ट भी बुलाए गए थे।

कनेक्टिविटी का कॉरीडोर

विशेषज्ञों की मानें तो नयागांव की पहाड़ी को जोड़ने वाला जंगल एक ओर से है, जो नर्मदा के किनारे-किनारे भिटौली से बरेला, डुमना तक जाता है। ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि नयागांव में पहुंचा तेंदुआ इसी मार्ग से वापस हो गया हो।

नयागांव में 6 पिंजरे लगाए थे

कान्हा नेशनल पार्क से आई टीम ने जबलपुर वन विभाग की मदद से नयागांव, बरगी हिल्स की पहाड़ी पर छह पिंजरे लगाए थे, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली, बाद में जिला प्रशासन ने भी निरीक्षण कर तेंदुए को पकड़ने की गई चौकसी देखी थी।