पढ़ाने का नया तरीका; चिड़िया फुर्र जैसे खेल, खिलौनों से बच्चों की पढ़ाई करा रहे शिक्षक

पढ़ाने का नया तरीका; चिड़िया फुर्र जैसे खेल, खिलौनों से बच्चों की पढ़ाई करा रहे शिक्षक

ग्वालियर। पहली कक्षा के बच्चे बुनियादी साक्षरता और अंकीय दक्षता हासिल कर सकें, इसलिए शिक्षक भी खुद बच्चा बनकर पोशम पा भाई पोशम पा जैसे खेल गीत गाने के साथ-साथ चिड़िया फुर्र, स्टेचु जैसे खेल-खेल रहे हैं। इसके पीछे मकसद बच्चों को विभिन्न एक्टिविटीज में शामिल करना है। सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 के बच्चों को खेल के माध्यम से सिखाने-समझाने के लिए रेडिनेस कार्यक्रम तैयार किया गया है। बच्चे मिट्टी से पशु-पक्षी की आकृति, रसोई के बर्तन, कागज से पतंग, सजावटी आकृति और कागज से नाव, हवाई जहाज, गेंद बनाना सीखेंगे। बच्चों के साथ कुल बारह सप्ताह का कार्य किया जाना है, जिसमें हर छठवें दिन पिछले पांच दिनों के कार्यों और सीखने-सिखाने की प्रक्रिया की पुनरावृत्ति की जाएगी।

रेडिनेस कार्यक्रम के तहत शिक्षक पहली कक्षा के बच्चों को सिखाने, समझाने के लिए स्थानीय खेल,गीतों का सहारा ले रहे हैं, इनमें बच्चे काफी रुचि लेते हैं। - जेएस भदौरिया, प्राचार्य सीएम सरदार पटेल स्कूल हजीरा ग्वालियर