सबसे हॉट सीट बनी उत्तर-मध्य, आत्मविश्वास से भरे अभिलाष-विनय

सबसे हॉट सीट बनी उत्तर-मध्य, आत्मविश्वास से भरे अभिलाष-विनय

जबलपुर। शहर की चारों विधानसभा सीटों में या कहा जाए तो जिले की आठों सीट में से उत्तर-मध्य विधानसभा सीट सबसे ज्यादा चर्चाओं में है। दरअसल यहां पर जिस प्रकार से भाजपा ने प्रत्याशी चयन किया है उसे लेकर असंतोष देखा गया था मगर अब प्रत्याशी बनाए गए अभिलाष आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश नेतृत्व उत्तर-मध्य क्षेत्र के असंतोष पर पूरी नजर रखे हुए है और संभागीय कार्यालय की घटना उस तक पहुंच चुकी है। यहां पर अनुशासनहीनता करने वाले 4 कार्यकर्ताओं को तो राज्य सभा सदस्य कविता पाटीदार के गनमैन की शिकायत पर गिरμतार तक कर लिया गया है। वहीं असंतुष्ट नेताओं को साधने की कोशिश जारी है। अब यह देखना बाकी है कि असंतुष्ट नेता वरिष्ठों की समझाईश को कितना महत्व देते हैं।

दोहराई जा रहीं पिछले चुनाव की परिस्थितियां

पिछली बार के चुनाव में धीरज पटेरिया ने पार्टी से विद्रोह करते हुए निर्दलीय खड़े होकर भाजपा की हार में मुख्य भूमिका निभाई थी। अब एक बार फिर वही परिस्थितियां बन रही हैं। अब विद्रोह करने वालों में कौन निर्दलीय या अन्य दलों के साथ आता है यह देखना बाकी है मगर सूत्र बताते हैं कि कम से कम दो बड़े नेता इस कदर असंतुष्ट हैं कि वे कोई भी कदम उठा सकते हैं।

अंदरूनी सेबोटेज पर पूरी नजर

संभावनाएं बताई जा रही हैं कि कुछ वरिष्ठ नेता घर बैठ सकते हैं जो कि पार्टी से विद्रोह न करें और चुनाव जिताने के लिए औपचारिक रूप से सामने आएं मगर जी-जान न लगाएं। यह भी बड़ा नुकसान हो सकता है। अभिलाष युवा चेहरा हैं और सालों से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं,मगर यहां पर मामला अपने अस्तित्व का है और क्षेत्र में कई सक्षम प्रत्याशी होने के बावजूद अभिलाष जिन्हें ये ब ाहरी मान रहे हैं को टिकट देना उन्हें नहीं पच पा रहा है। ऐसे में अंदरूनी सेबोटेज की संभावनाएं भी बढ़ी हैं मगर पार्टी इस पर पूरी तरह से नजर रखे हुए है।

क्या विनय के भाग्य से फिर फूटेगा छींका

पिछली बार के भाजपा के विद्रोह ने कांग्रेस के विनय सक्सेना को जीत हासिल करवा दी थी,अब एक बार फिर परिस्थितियां अपने आप को दोहरा रही हैं। विनय वैसे भी पूरे समय क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं और उन्हें पूरी उम्मीद है कि जनता उन पर विश्वास दिखाएगी। जहां तक अभिलाष की बात है तो उनके पास भी युवा मोर्चा की टीम है और उन्हें अपनी क्षमता पर पूरा भरोसा है और वे पार्टी के विकास कार्यों को आधार बनाकर अपने लिए वोट मांग रहे हैं। परिणाम जो भी आएं मगर उत्तर-मध्य विधानसभा का चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है।