जापान नहीं, सिंगापुर का पासपोर्ट सबसे पॉवरफुल, भारत 80वें नंबर पर

जापान नहीं, सिंगापुर का पासपोर्ट सबसे पॉवरफुल, भारत 80वें नंबर पर

लंदन। ब्रिटेन की इमीग्रेशन कंसल्टेंसी हेनली एंड पार्टनर्स हर साल दुनिया के सबसे पॉवरफुल पासपोर्ट की रैंकिंग जारी करती है। 2023 की ग्लोबल रैंकिंग हाल में जारी हुई है। लगभग 5 साल के बाद ये पहली बार है, जब जापान इस लिस्ट में नंबर-1 की पोजिशन पर नहीं है। रैंकिंग के अनुसार, सिंगापुर ने दुनिया के सभी पासपोर्टों में सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट के रूप में जापान को पीछे छोड़ दिया है, क्योंकि यह 192 वैश्विक गंतव्यों तक वीजा-मुक्त पहुंच की अनुमति देता है। रैंकिंग में जापान, जो पिछले 5 वर्षों से शीर्ष स्थान पर था, दुनियाभर के 189 देशों में वीजा-मुक्त पहुंच के साथ तीसरे स्थान पर आ गया। यह आॅस्ट्रिया, फिनलैंड, फ्रांस, लक्जमबर्ग, दक्षिण कोरिया और स्वीडन के साथ अपनी स्थिति साझा करता है।

ब्रिटेन दूसरे तो अमेरिका आठवें नंबर पर

पॉवरफुल पासपोर्ट की रैंकिंग सूची में जर्मनी, इटली और स्पेन संयुक्त रूप से दूसरे नंबर हैं। इसके साथ ही अमेरिका, जो लगभग एक दशक पहले रैंकिंग में शीर्ष पर था, दो स्थान फिसलकर आठवें स्थान पर आ गया। ब्रेक्सिट-प्रेरित मंदी के बाद, यूके दो स्थानों की छलांग लगाकर चौथे स्थान पर पहुंच गया, यह स्थिति आखिरी बार 2017 में थी।

पाकिस्तान 100वें तो इराक 102वें स्थान पर

इंडेक्स में सबसे नीचे 27 गंतव्यों तक आसान पहुंच वाला अफगानिस्तान है। यमन (99), पाकिस्तान (100), सीरिया (101) और इराक (102) निचले पांच में हैं।

भारतीय 57 देशों की बिना वीजा कर सकते हैं यात्रा

हेनली एंड पार्टनर्स द्वारा जारी रैंकिंग के अनुसार भारत ने पिछले वर्ष की तुलना में अपनी स्थिति में 5 स्थानों का सुधार किया है। रैंकिंग में भारत का स्थान 80वां है। भारतीय पासपोर्ट रखने वाले लोग दुनिया के 57 देशों में वीजा के बिना यात्रा कर सकते हैं। वहीं भारत अपनी रैंकिंग सेनेगल और टोगो जैसे देश के साथ शेयर करता है।

63वें पायदान पर है चीन

लिस्ट में भारत के पड़ोसी मुल्क चीन की रैकिंग 63 है। चीन के लोग 80 देशों में और पाक के लोग 33 देशों में वीजा के बिना यात्रा कर सकते हैं। किसी देश के पासपोर्ट का सबसे पावरफुल होना उसे कितने देशों में वीजा फ्री एंट्री मिलती है, उस पर निर्भर करता है।

20 साल पहले किया था आविष्कार :हेनले एंड पार्टनर्स के अध्यक्ष डॉ. क्रिश्चियन एच केलिन द्वारा लगभग 20 साल पहले आविष्कार किया गया यह सूचकांक इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) के विशेष और आधिकारिक डेटा पर आधारित है।